आगरा में ताजमहल के पास एक मंदिर में ईरानी जोड़े ने नमाज पढ़ी, जिससे स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। जोड़े ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि उन्हें लगा कि वो जगह साफ़-सुथरी थी और उन्हें पास में कोई मस्जिद नहीं मिली।

आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल के पूर्वी द्वार के पास एक हिंदू मंदिर के अंदर नमाज पढ़ने के बाद एक ईरानी जोड़ा मुश्किल में पड़ गया। स्थान के धार्मिक महत्व से अनजान पर्यटकों ने नमाज अदा करने के लिए मंदिर के प्रांगण को चुना, यह मानते हुए कि यह नमाज पढ़ने के लिए एक साफ और शांत जगह है।

इस घटना ने जल्दी ही स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया। लोगों ने पर्यटकों की हरकत पर आपत्ति जताई। इसके साथ ही पुलिस को भी घटना की सूचना दी। लोगों के इकट्ठा होने पर तनाव बढ़ गया, जिसके कारण पर्यटकों की पहचान और इरादों की पुष्टि करने के लिए उनके पासपोर्ट की मांग की गई।

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ईरानी पर्यटकों को नमाज पढ़ने के लिए नहीं मिली थी साफ जगह

विरोध किए जाने पर दंपति ने माफी मांगी। दंपति ने कहा, “हमने मंदिर में प्रार्थना की क्योंकि हमें यह साफ जगह लगी। पास में कोई मस्जिद नहीं मिली थी।“ ईरानी पर्यटकों ने कहा कि उन्होंने ऐसा कभी भी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से नहीं किया। हमने उस जगह को चुना क्योंकि यह शांत और साफ थी। हमें एहसास नहीं हुआ कि यह एक मंदिर है। दंपति द्वारा तत्काल माफी मांग लेने से स्थिति शांत हुई। लोगों ने स्वीकार किया कि गलतफहमी हो गई है।

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