जालौन में प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की संदिग्ध मौत ने पूरे पुलिस विभाग को हिला दिया है। महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा की गिरफ्तारी, CCTV फुटेज और पत्नी की हत्या की आरोपों के बाद मामला रहस्यमयी मोड़ ले चुका है।
कभी-कभी एक गोली की आवाज़ सिर्फ एक जीवन नहीं छीनेती, बल्कि पूरा सच भी धुंधला कर जाती है। 5 दिसंबर की रात जालौन में प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के आवास पर हुई वही आवाज़ अब एक जटिल पहेली में बदल गई है। शुरुआत में इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन कहानी जैसे-जैसे खुलती जा रही है, उसकी परतें और उलझती जा रही हैं। महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा की गिरफ्तारी ने इस केस को बिल्कुल नए मोड़ पर ला खड़ा किया है।
सन्नाटे को चीरती वह गोली और इंस्पेक्टर की मौत
रात करीब 9 बजे के आसपास इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर कनपटी पर रखी और गोली चला दी। गोली सीधी सिर के आर-पार निकल गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पिस्टल उनके पेट पर पड़ी मिली। यह घटना इतनी अप्रत्याशित थी कि शुरुआती जांच के दौरान इसे साधारण आत्महत्या मान लिया गया। लेकिन जल्द ही पुलिस को यह साफ समझ आ गया कि मामला उतना सीधा नहीं है जितना दिख रहा था।
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तीन मिनट में पलट गई कहानी: रात 9:15 से 9:18 का अहम सच
जांच का सबसे संवेदनशील मोड़ तब सामने आया, जब पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी। फुटेज में साफ दिख रहा है कि रात 9:15 बजे महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा इंस्पेक्टर के सरकारी आवास में प्रवेश करती हैं। तीन मिनट बाद, यानी 9:18 बजे, वह घबराती हुई बाहर निकलती हैं और इधर-उधर मौजूद लोगों से कहती हैं कि अंदर गोली चल गई है। इतना कहकर वह वहां से दूर चली जाती हैं। यही वह तीन मिनट हैं जिन्होंने पूरे केस की दिशा बदल दी और इस मौत को आत्महत्या से रहस्यमय मामला बना दिया।
रिश्तों की गहराई और बढ़ती नजदीकियां: 2024 से शुरू हुई कहानी
सूत्रों के अनुसार, इंस्पेक्टर और मीनाक्षी का संपर्क 2024 से बना हुआ था। कोंच थाने में तैनाती के दौरान दोनों एक-दूसरे के करीब आए। इसके बाद इंस्पेक्टर का ट्रांसफर कोंच से उरई हो गया, लेकिन मीनाक्षी का उनसे मिलना-जुलना जारी रहा। कई सहकर्मियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में दोनों के बीच बातचीत में ठंडापन आना शुरू हो गया था और तनाव की स्थिति भी दिखने लगी थी। यह वही पृष्ठभूमि है जिस पर यह पूरी घटना
पत्नी माया राय की तहरीर: आत्महत्या नहीं, यह हत्या है
इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने पति की मौत को आत्महत्या मानने से बिल्कुल इनकार कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है कि यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है। उनकी तहरीर के आधार पर पुलिस ने महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। माया का कहना है कि उनके पति पर पिछले कुछ समय से किसी तरह का दबाव था, जिसकी वजह वह समझ नहीं पा रही थीं।
जांच अब गहरे सवालों में उतरी: तनाव, विवाद या साज़िश?
पुलिस अब इस मामले में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। मीनाक्षी और इंस्पेक्टर के बीच संबंधों की प्रकृति, हाल के दिनों में उनके बीच हुई बातचीत, किसी संभावित विवाद या तनाव की स्थिति, घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच और सीसीटीवी फुटेज सभी को एक-एक कर खंगाला जा रहा है। जांच अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह आत्महत्या है, आत्महत्या के लिए उकसाने की स्थिति है, या फिर सच में यह हत्या जैसी गंभीर वारदात है।
कहानी अभी आधी है, सच अभी बाकी है
जालौन का यह हाई-प्रोफाइल केस अब एक बेहद संवेदनशील मुकाम पर है। महिला कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी ने शक की सुई मजबूती से उनकी तरफ घुमा दी है, लेकिन अभी भी कई सवाल हैं जिनके जवाब मिलना बाकी है। फोन रिकॉर्ड, चैट डिटेल, फॉरेंसिक रिपोर्ट और गवाहों के बयान आने के बाद ही यह तय हो सकेगा कि इंस्पेक्टर की मौत प्रेम, तनाव और मनोवैज्ञानिक दबाव का परिणाम थी या किसी गहरी साज़िश का हिस्सा।
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