Delhi Lucknow highway Kanwar Yatra route: सावन के पहले सोमवार पर कांवड़ियों की भारी भीड़ के चलते दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था बदली गई। भारी वाहनों पर रोक, कांवड़ियों के लिए एक लेन आरक्षित।
Kanwar Yatra traffic diversions: सावन का पहला सोमवार आते ही उत्तर भारत में शिवभक्ति की लहर दौड़ पड़ी है। हरिद्वार, गोमुख और गंगोत्री से गंगाजल लेकर निकलने वाले कांवड़िये अब अपने-अपने शहरों की ओर बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे शनिवार की रात करीब आई, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर के हाईवे पर कांवड़ियों की संख्या में अचानक बड़ा इजाफा देखने को मिला। इसी के चलते ट्रैफिक पुलिस को दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने का निर्णय लेना पड़ा।
शनिवार रात से दिल्ली से लखनऊ की ओर जाने वाली लेन पूरी तरह कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी गई है। वहीं, लखनऊ से दिल्ली वाली लेन में अब सिर्फ छोटे वाहन जैसे कार, ऑटो और पिकअप ही चल सकेंगे।
कैसे लागू हुआ नया ट्रैफिक प्लान?
अमरोहा पुलिस की ओर से रातों-रात रूट डायवर्जन लागू किया गया। जिले के एसपी अमित कुमार आनंद, एएसपी अखिलेश भदौरिया और सीओ अंजलि कटारिया खुद ब्रजघाट चौकी पहुंचकर व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे। यह व्यवस्था सोमवार दोपहर दो बजे तक प्रभावी रहेगी।
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रूट डायवर्जन के तहत ट्रक, कंटेनर, डीसीएम और रोडवेज की बड़ी बसों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जा रहा है। इन भारी वाहनों को मुरादाबाद से बिलारी, संभल, बबराला, नरौरा, डिबाई, बुलंदशहर, सिकंदराबाद होते हुए मेरठ और फिर दिल्ली भेजा जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन कितना सतर्क है?
अमरोहा में जैसे ही डायवर्जन लागू हुआ, मुरादाबाद और रामपुर का प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, पहले यह प्लान 11 जुलाई से लागू होना था लेकिन तब श्रद्धालुओं की संख्या कम थी। शनिवार की भीड़ ने अधिकारियों को एक बार फिर समीक्षा करने पर मजबूर कर दिया।
एएसपी अखिलेश भदौरिया ने स्पष्ट किया कि दिल्ली से मुरादाबाद की ओर जाने वाली लेन पूरी तरह से कांवड़ियों के लिए निर्धारित कर दी गई है। किसी भी अन्य वाहन को इस लेन में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
भक्तों के लिए क्यों जरूरी है यह व्यवस्था?
सावन में प्रत्येक सोमवार को शिवभक्त जलाभिषेक करते हैं। बरेली, संभल, चंदौसी, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर जैसे शहरों से लाखों कांवड़िये ब्रजघाट पहुंचकर गंगाजल भरते हैं और पैदल लौटते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा और निर्बाध यात्रा के लिए यह ट्रैफिक प्लान जरूरी हो जाता है।
सोमवार दोपहर तक यह रूट प्लान लागू रहेगा। इसके बाद स्थिति की समीक्षा कर प्रशासन अगला कदम उठाएगा। फिलहाल श्रद्धालुओं से संयम और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की गई है।
सावन की इस आध्यात्मिक यात्रा में प्रशासन और पुलिस का यह संयुक्त प्रयास न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि आम लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखता है। अगले सोमवारों को भी ऐसी व्यवस्थाएं देखने को मिल सकती हैं।
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