सार

जेल से जमानत पर बाहर आई खुशी दुबे अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएस में दाखिला लेना चाहती हैं।

कानपुर: बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर माती जेल से रिहा हो गई है। खुशी दुबे ने कहा कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। खुशी ने बताया कि वह इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई प्राइवेट करने का सोच रही हैं। स्कूल को लेकर अभी तक कुछ भी फिक्स नहीं हुआ है। खुशी ने कहा कि जैसा परिवारवाले चाहेंगे उसी हिसाब से आगे की पढ़ाई की जाएगी।

शादी के बाद चौबेपुर थाना और जेल चली गई थी खुशी

खुशी दुबे मंगलवार को माती कोर्ट में एडीजे 13 की कोर्ट में सुनवाई हुई, वह वहां गई थी। उनका पूरा दिन वहां गुजर गया। यहां से वापस आने के बाद परिवार में ही एक कार्यक्रम का आयोजन था जहां रिश्तेदारों की भी भीड़ जमा थी। खुशी ने कहा कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं लेकिन दाखिले के लिए अभी समय नहीं निकाल पाई हैं। मई में खुशी का दसवीं का परिणाम आया था और जून में ही उनकी शादी हो गई थी। शादी के महज चार दिन बाद ही वह चौबेपुर थाना और फिर जेल पहुंच गईं। 30 माह के बाद उनकी रिहाई हुई है। इस बीच में जो भी अंतर हुआ है उससे दाखिले में दिक्कत आएगी।

नीट की तैयारी कर एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहती हैं खुशी

खुशी प्राइवेट से बायोलॉजी की पढ़ाई प्राइवेट में करना चाहती हैं। खुशी ने बताया कि वह अच्छे से पढ़ाई और नीट की तैयारी करके एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहती हैं। 11वीं पढ़ाई वह जहां भी परिवार के लोग चाहेंगे वहां से करेंगी। खुशी दुबे की रिहाई के बाद पुलिस लगातार उन पर नजर रख रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि खुशी की सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं और पुलिस पिकेट की तैनाती की गई है।

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