सार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों सांसदों व विधायकों के साथ मंडलवार संवाद करने के बाद शनिवार को सीएम योगी ने मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा बैठक की। लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी मैदान के कील कांटे दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों से ठीक पहले चुनावी मैदान को साफ करने का काम शुरू कर दिया है। पिछले दिनों सीएम योगी ने सांसदों व विधायकों के साथ मंडलवार संवाद किया था। जिसके बाद बीते शनिवार को मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने साझा बैठक की। इस दौरान उन्होंने वित्तीय स्वीकृतियों की समीक्षा के अलावा फील्ड की स्थिति में सुधार के लिए विस्तृत आदेश दिए हैं। इसके साथ ही हर महीने जिलों में अफसरों व जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय के लिए बैठकों की व्यवस्था बना दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीएम को सांसदों और विधायकों द्वारा सबसे ज्यादा शिकायतें ऊर्जा विभाग से मिली थीं।
व्यापारियों के साथ होगी हर महीने बैठक
जिसके बाद सीएम ने सख्ती के साथ निर्देश दिया है कि वसूली के नाम पर उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जाएगा। सीएम योगी ने बिलिंग व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए हैं। कई जिलों के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय की कमी की समस्या सामने आई है। जिसके बाद जनप्रतिनिधियों से लगातार संवाद बनाए रखने के लिए मैदान में तैनात मंडलायुक्त, डीएम, एसएसपी व सीडीओ जैसे अधिकारियों को संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उद्योग बंधु की नियमित बैठक के निर्देश दिए हैं। हर महीने व्यापारिक संगठनों के साथ बैठक कर व्यापारियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया है। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार युवाओं पर फोकस करेगी।
बढ़ेगी रोजगार की रफ्तार
युवाओं को साधने के लिए रोजगार और स्वरोजगार की रफ्तार बढ़ाए जाने के साथ ही उनसे संवाद किया जाएगा। बता दें कि सीएम योगी ने दो माह में सभी विधानसभा क्षेत्रों में रोजगार मेलों का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। विपक्ष रोजगार का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास करते हैं। जिसके चलते विधानसभा क्षेत्रवार रोजगार मेलों का आयोजन कर सरकार रोजगार के मुद्दे की धार कुंद करने की रणनीति बनाई है। राज्य सरकार ने जिलों में प्रभारी मंत्री तैनात कर दिए हैं। वहीं दोनों डिप्टी सीएम किसी भी जिले के प्रभारी मंत्री नहीं बनाए गए हैं। गोरखपुर और लखनऊ का प्रभारी मंत्री संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को नियुक्त किया गया है। योगी सरकार 2.0 गठन के बाद अलग-अलग मंत्री समूह ने तीन चरण में संभागों का दौरा किया था।
प्रभारी मंत्रियों को जिलों में 24 घंटे बिताने का निर्देश
बता दें कि सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक प्रदेश के 6-6 मंडलों का प्रभार संभालेंगे। सीएम योगी के पास आगरा, गोरखपुर, देवीपाटन, लखनऊ, बस्ती और बरेली मंडल प्रभार रहेगा तो वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पास आजमगढ़, बनारस, मुरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़ और सहारनपुर मंडल का प्रभार रहेगा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कानपुर, झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज मिर्जापुर और अयोध्या मंडल का प्रभार संभालेंगे। वहीं अन्य मंत्रियों को अपने-अपने जिलों का नियमित दौरा करने और जिले में कम से कम 24 घंटे बिताने के निर्देश दिए गए हैं।