लखनऊ में होने वाली 19वीं राष्ट्रीय स्काउट-गाइड जंबूरी में झांसी और बुंदेलखंड की संस्कृति, राई नृत्य, योग-मल्लखंब, हस्तशिल्प और रानी लक्ष्मीबाई की शौर्यगाथा प्रदर्शित होगी। झांसी से 45 स्काउट-गाइड और 12 रोवर-रेंजर शामिल होंगे।

झांसी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होने वाली भारत स्काउट और गाइड की 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी में झांसी और बुंदेलखंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान खास आकर्षण बनेगी। इस आयोजन के लिए झांसी के स्काउट, गाइड, टीम लीडर और जिला स्तरीय अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं। योगी सरकार भी कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को बेहतर और सुचारू बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है।

झांसी से स्काउट-गाइड और अधिकारियों की बड़ी टीम होगी शामिल

झांसी जिले से कुल 45 स्काउट और गाइड, 6 टीम लीडर, जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) प्रभात पवार और जिला संगठन आयुक्त (गाइड) रश्मि अली इस जंबूरी में प्रतिभाग करेंगे। इसके साथ ही झांसी के 12 रोवर और रेंजर सेवा कार्यों के लिए आयोजन में शामिल होंगे। यह टीम राष्ट्रीय स्तर पर झांसी का प्रतिनिधित्व करेगी।

योग, मल्लखंब और राई नृत्य जैसी प्रस्तुतियों की तैयारी

प्रतिभागी शारीरिक प्रदर्शन के अंतर्गत योग, मल्लखंब, लेजम और अन्य गतिविधियों का अभ्यास कर रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बुंदेलखंड के प्रसिद्ध लोकनृत्य राई की खास प्रस्तुति तैयार की जा रही है। इसके अलावा बुंदेलखंड के पारंपरिक हस्तशिल्प, स्थानीय खानपान और क्षेत्रीय कला को भी जंबूरी में प्रदर्शित किया जाएगा।

रानी लक्ष्मीबाई की वीरगाथा भी बनेगी मुख्य आकर्षण

कार्यक्रम के दौरान रानी लक्ष्मीबाई की शौर्यगाथा को भी प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि प्रतिभागियों और दर्शकों को झांसी की ऐतिहासिक वीरता से परिचित कराया जा सके। यह प्रस्तुति झांसी के गौरवपूर्ण इतिहास और वीरता की विरासत को राष्ट्रीय मंच पर उजागर करेगी।

प्रतिभागी झांसी की कला-संस्कृति के साथ दुनिया की संस्कृतियों से होंगे रूबरू

भारत स्काउट और गाइड, झांसी के कोषाध्यक्ष सुनील द्विवेदी के अनुसार प्रतिभागी पूरी तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रीय जंबूरी में झांसी की टीम स्थानीय इतिहास, संस्कृति, कला, भोजन और क्राफ्ट को प्रदर्शित करेगी। साथ ही युवा स्काउट-गाइड देश और दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों से भी परिचित होंगे, जिससे उनके अनुभव और दृष्टिकोण का विस्तार होगा।