सार
माफिया मुख्तार अंसारी की मनी लॉन्ड्रिंग केस में लखनऊ की CBI स्पेशल कोर्ट में सोमवार को पेशी हुई। इस दौरान वह मुस्कुराते हुए नजर आए। कोर्ट ने अगली तारीख 19 अप्रैल दी है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को माफिया मुख्तार अंसारी की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेशी हुई। बाहुबली मुख्तार पेशी के दौरान लखनऊ कोर्ट में मुस्कुराते हुए नजर आया है। माफिया पर मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोप तय होने थे लेकिन अभी आरोप तय नहीं हो पाए हैं। इस मामले को लेकर कोर्ट ने अगली तारीख 19 अप्रैल दे दी है। इसके बाद मुख्तार को वापस बांदा जेल भेज दिया गया है।
मुख्तार के बेटा और साला भी है जेल में
माफिया अंसारी को सोमवार के दिन कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल से लखनऊ लाया गया है। इसके अलावा अब्बास अंसारी को भी कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी हुआ मगर अभी तक वह कोर्ट नहीं पहुंचे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में माफिया अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी चित्रकूट जेल और साला नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। इस मामले में ईडी ने दोनों की गिरफ्तारी की थी। ईडी जेल भेजे गए दोनों के बयानों को क्रॉस चेक करने के लिए मुख्तार अंसारी को कस्टडी में लेना चाहती थी।
साल 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग का दर्ज हुआ था मामला
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ मार्च 2021 में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कराया था। उसके बाद साल 2021 के नवम्बर महीने में बांदा जेल जाकर ईडी के अफसरों ने पूछताछ करने के साथ बयान भी दर्ज किए थे। इस मामले को लेकर ईडी की टीम मुख्तार के परिवार के बाकी सदस्यों से भी पूछताछ कर चुकी है। उसमें मुख्तार के दोनों बेटे, भाई अफजल अंसारी, सिबगतुल्लाह अंसारी व भतीजे से पूछताछ कर चुकी है। दूसरी ओर मुख्तार अंसारी पत्नी अफशा अंसारी, मऊ विधायक बेटे अब्बास अंसारी और विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम रजिस्ट्री हुई। इसके अलावा और दस जमीनों की रजिस्ट्री का भी जांच से खुलासा हुआ है।
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