सार

Lucknow Metro Phase 2: लखनऊ मेट्रो का दूसरा चरण जल्द शुरू होगा, जो चारबाग से वसंतकुंज तक जाएगा। 2028 तक रूट खुलने की उम्मीद है, जिससे शहर की ट्रैफिक समस्या कम होगी।

Lucknow Metro new route: नवाबों के शहर लखनऊ में मेट्रो का सफर अब और भी सुगम होने जा रहा है। लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण (Phase-II) का निर्माण कार्य अप्रैल से शुरू होने वाला है, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। चारबाग से वसंतकुंज तक 11.165 किलोमीटर लंबे ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 12 स्टेशन शामिल होंगे। इस मेगा प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 5,800 करोड़ रुपये तय की गई है।

कहां से कहां तक दौड़ेगी मेट्रो? जानें पूरा रूट

लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण में चारबाग से वसंतकुंज तक ट्रैक बिछाया जाएगा, जिसमें कुल 12 स्टेशन होंगे। इसमें 7 भूमिगत (अंडरग्राउंड) और 5 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे।

  • भूमिगत स्टेशन: चारबाग, गौतम बुद्ध मार्ग, अमीनाबाद, पांडे गंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा और चौक।
  • एलिवेटेड स्टेशन: ठाकुरगंज, बाला गंज, सरफराजगंज, मूसा बाग और वसंत कुंज।

तेजी से हो रही तैयारियां, शुरू हुआ ग्राउंडवर्क

निर्माण कार्य को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने तैयारी शुरू कर दी है। मिट्टी की जांच, टोपोग्राफी सर्वेक्षण और यूटिलिटी डायवर्जन जैसे कार्य पहले ही पूरे किए जा रहे हैं। इस कार्य में कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। इसके अलावा, ग्राउंडवर्क के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये का टेंडर भी जारी किया गया है।

चार साल में पूरा होगा मेट्रो प्रोजेक्ट, 2028 तक ट्रैक पर दौड़ेगी ट्रेन!

UPMRC ने मेट्रो के दूसरे चरण को 4 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, ऐसी परियोजनाओं में आमतौर पर 6 साल लगते हैं, लेकिन इस बार तैयारी पहले से ही शुरू कर दी गई है, जिससे समयसीमा के भीतर कार्य पूरा किया जा सके। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला तो 2028 तक यह मेट्रो रूट जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: Agra Metro का नया प्लान, करोड़ों की बचत और तेज होगी कनेक्टिविटी!

सरकार ने दी मंजूरी, बजट में होगा फंड आवंटित

लखनऊ मेट्रो फेज-2 के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को सरकार ने मंजूरी दे दी है। अब इस रिपोर्ट का गहन अध्ययन किया जा रहा है और आगामी बजट में इसके लिए धन आवंटित किया जाएगा। फंड मिलते ही निर्माण कार्य को और तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।

मेट्रो से क्या होगा फायदा? जानिए परियोजना के लाभ

  • मेट्रो के दूसरे चरण के पूरा होने के बाद लखनऊ की पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
  • शहर की ट्रैफिक समस्या काफी हद तक कम होगी।
  • यात्रियों को सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक परिवहन का विकल्प मिलेगा।
  • खासकर पुराने लखनऊ के लोगों को सीधा फायदा होगा, जहां अब तक मेट्रो की सुविधा नहीं थी।
  • प्रदूषण में भी कमी आएगी, क्योंकि लोग निजी वाहनों की बजाय मेट्रो को प्राथमिकता देंगे।

बड़ी चुनौती: घनी आबादी और ट्रैफिक के बीच कैसे होगा निर्माण?

मेट्रो निर्माण के दौरान कुछ चुनौतियां भी सामने आएंगी, जिनसे निपटने के लिए पहले से रणनीति बनाई जा रही है। सबसे बड़ी समस्या घनी आबादी वाले इलाकों में खुदाई और निर्माण कार्य करना होगा। इसके अलावा, ट्रैफिक डायवर्जन और यूटिलिटी सेवाओं का डायवर्जन भी एक बड़ी चुनौती रहेगी। UPMRC ने इसके लिए विशेषज्ञों की एक विशेष टीम गठित की है, ताकि निर्माण कार्य में कम से कम बाधा आए और नागरिकों को असुविधा न हो।

भविष्य की योजना: लखनऊ में और कहां पहुंचेगी मेट्रो?

लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण के बाद, UPMRC शहर के अन्य हिस्सों में भी मेट्रो नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रहा है। आने वाले वर्षों में मेट्रो को राजधानी के और भी इलाकों से जोड़ा जा सकता है, जिससे लखनऊ को एक विश्वस्तरीय सार्वजनिक परिवहन प्रणाली मिल सके।

यह भी पढ़ें: UP Metro का बड़ा धमाका! 303 KM का जाल बिछेगा, 28 नए कॉरिडोर की प्लानिंग पूरी