सार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बजरंग दल पर उठा तूफान अब यूपी पहुंच चुका है। कांग्रेस के मेनिस्फेस्टो में बजरंग दल पर बैन लगाने और उसकी तुलना पीएफआई से करने पर यह बवाल मचा है। बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं।
लखनऊ। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बजरंग दल पर उठा तूफान अब यूपी पहुंच चुका है। कांग्रेस के मेनिस्फेस्टो में बजरंग दल पर बैन लगाने और उसकी तुलना पीएफआई से करने पर यह बवाल मचा है। बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं। शुक्रवार को जालौन में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस आफिस के पास हनुमान चालीसा पाठ करने का प्रयास किया। इसको लेकर उनकी पुलिस से तीखी नोंक झोंक भी हुई और पुलिस ने कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। कानपुर में भी कांग्रेस के खिलाफ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
बढ़ाई गई थी कांग्रेस कार्यालय की सुरक्षा
शुक्रवार को उरई स्थित कांग्रेस जिला कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। यह सुरक्षा कांग्रेस कार्यालय का घेराव कर हनुमान चालीसा का पाठ करने की धमकी के बाद बढ़ाई गई थी। मध्य प्रदेश के जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस आफिस में तोड़फोड़ भी की थी। उसको देखते हुए उरई में पुलिस सुबह से ही अलर्ट थी। कांग्रेस कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग की गई थी।
सड़क जाम कर हनुमान चालीसा पढ़ा
बजरंग दल व विहिप के कार्यकर्ता दोपहर के समय बड़ी संख्या में झंडे लेकर नारेबाजी करते हुए अजनारी रोड पहुंच गए। कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में प्रदर्शन कर रहे थे। कार्यकर्ताओं की भीड़ ने करीब एक घंटे तक हंगामा किया और कांग्रेस कार्यालय के पास ही सड़क जाम कर दिया और वहीं पर हनुमान चालीसा पढ़ी। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
बैरिकेडिंग फांदकर कार्यालय की तरफ बढ़ने लगें
यहां तक तो गनीमत थी। उसके बाद कुछ कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को पार कर कांग्रेस कार्यालय की तरफ बढ़ने की कोशिश करने लगे। इस दरम्यान कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प भी हुई। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कई कार्यकर्ताओं को वापस किया और कई को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बताया जा रहा है कि इसमें बजरंग दल के 3 कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। अधिकारियों का कहना है कि कार्यकर्ताओं को कांग्रेस कार्यालय की तरफ जाने से रोका गया।
कानपुर में भी प्रदर्शन
उधर, कानपुर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गोविंदनगर दीप तिराहे पर कांग्रेस का पुतला फूंका और ACP को ज्ञापन दिया। कार्यकर्ताओं में बजरंग दल को बैन करने की घोषणा को लेकर रोष था।