सार

गैंगस्टर अनिल दुजाना 5 साल पहले ही इतिहास बन चुका होता। तब वह महराजगंज जेल में बंद था। पर एसटीएफ की चुस्ती काम आई और उसकी वजह से उसकी जान बच गई। 5 साल पहले ही बुलंदशहर के कुख्यात बदमाश बलराज उर्फ भाटी ने उसके हत्या की सुपारी ले ली थी।

Anil Duzana Encounter: गैंगस्टर अनिल दुजाना 5 साल पहले ही इतिहास बन चुका होता। तब वह महराजगंज जेल में बंद था। पर एसटीएफ की चुस्ती काम आई और उसकी वजह से उसकी जान बच गई। 5 साल पहले ही बुलंदशहर के कुख्यात बदमाश बलराज उर्फ भाटी ने उसके हत्या की सुपारी ले ली थी। मार्च 2018 में उसके मर्डर की साजिश रची गई। पर इसकी भनक एसटीएफ अधिकारी को लग गई और दुजाना को जेल से बाहर नहीं निकलने दिया गया।

मार्च 2018 में निपटाने का बनाया था प्लान

रिपोर्ट्स के अनुसार, बुलंदशहर के बड़े अपराधी बलराज ने उसके हत्या की सुपारी ली थी। मार्च 2018 में यह वारदात की जानी थी। एसटीएफ को यह जानकारी मिली कि बदमाश को जब महाराजगंज जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया जाएगा। तभी रास्तें में बदमाशों की उसे निपटाने की योजना है। यह जानकारी मिलते ही नोएडा की पुलिस टीम और एसटीएफ महाराजगंज रवाना हो गई, पर टीम को वहां पहुंचने में बिलम्ब हो रहा था। यह देख एसटीएफ के मौजूदा डीआईजी अनंत देव तिवारी ने बड़े अफसरों से बात की और अनिल दुजाना जेल से बाहर नहीं निकला।

होटल के सीसीटीवी फुटेज में दिखे अपराधी

अनिल दुजाना जेल से बाहर नहीं आ रहा है। यह सूचना जब कुख्यात बलराज भाटी को मिली तो वह वहां से निकल गया। नोएडा पुलिस की टीम जब वहां पहुंची तो उसने उस होटल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। जिसमें बलराज अपने गुर्गों के साथ रुका हुआ था। फुटेज में बलराज अपने साथियों के साथ होटल में आता और जाता हुआ दिखाई दिया। वह लोग तीन गाड़ियों में सवार थे। बहरहाल, यूपी एसटीएफ की वजह से 5 साल पहले दुजाना की जान बच गई थी। वरना उसी समय वह इतिहास बन चुका होता।