माघ मेला 2026 में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पहली बार 4 अस्थाई पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित कर रही है। यहां पर्यटक स्थलों, पेइंग गेस्ट हाउस और प्रशिक्षित गाइडों की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी।

आस्था, परंपरा और विशालता की प्रतीक संगम नगरी अब एक बार फिर दुनिया की नज़र में आने वाली है। महाकुंभ 2025 की अभूतपूर्व सफलता के बाद प्रयागराज माघ मेले 2026 की तैयारियों में पूरी ताकत से जुटा है। जहां लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की उम्मीद हर वर्ष होती थी, इस बार अनुमान सीधे 12 से 15 करोड़ तक पहुंच रहा है।

ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटकों को सहज, सुरक्षित और सुगम अनुभव देने के लिए अब तक की सबसे बड़ी पहल की घोषणा की है। पहली बार माघ मेले में पर्यटन विभाग द्वारा 04 अस्थाई पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो देश-विदेश से आने वाले हर पर्यटक के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे।

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पर्यटन सूचना केंद्रों का माघ मेले में पहली बार विस्तार

प्रयागराज को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में महाकुंभ 2025 की अहम भूमिका रही। यूनेस्को द्वारा कुंभ को 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' घोषित किए जाने के बाद से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के अनुसार प्रयागराज में पर्यटकों के आंकड़े हर वर्ष नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।

  • वर्ष 2020: 31933758
  • वर्ष 2021: 11213496
  • वर्ष 2022: 26047166
  • वर्ष 2023: 50671622
  • वर्ष 2024: 51262806
  • वर्ष 2025 (जनवरी–सितंबर): 682150806

इन आंकड़ों ने भविष्य का स्पष्ट संकेत दे दिया है—माघ मेला 2026 में भीड़ ऐतिहासिक स्तर पर होगी। इसी को देखते हुए पर्यटन विभाग ने 4 अस्थाई पर्यटन सूचना केंद्र बनाने का निर्णय लिया है, जो श्रद्धालुओं के लिए 24×7 सहायता उपलब्ध कराएंगे।

पर्यटन सूचना केंद्रों में मिलेंगी ये सुविधाएं

इन अस्थाई केंद्रों में पर्यटकों के लिए कई महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध होंगी:

  • पर्यटन स्थलों की जानकारी : प्रयागराज के सभी प्रमुख दर्शनीय स्थलों की विस्तृत पुस्तक हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगी। डिजिटल फॉर्मेट में भी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
  • गाइड बुक और प्रशिक्षित गाइडों की सूची: देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भ्रमण में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशिक्षित और रजिस्टर्ड गाइडों की सूची केंद्रों पर उपलब्ध रहेगी।
  • रजिस्टर्ड पेइंग गेस्ट हाउस की जानकारी: सुरक्षित और स्वच्छ रहने की सुविधा के लिए सभी रजिस्टर्ड PG House की जानकारी भी दी जाएगी, जिससे पर्यटक अपने बजट और सुविधानुसार ठहराव चुन सकें।

मेले में पर्यटकों का बढ़ता रुझान उत्साह का संकेत

सरकार का दावा है कि महाकुंभ 2025 के बाद प्रयागराज न सिर्फ आस्था का केंद्र बना है, बल्कि धार्मिक पर्यटन का एशिया का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन बनकर उभरा है। इसी कारण 3 जनवरी 2026 से शुरू होकर 44 दिनों तक चलने वाले माघ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या 15 करोड़ तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

पर्यटन विभाग के ये नए सूचना केंद्र इस विशाल भीड़ के सुचारू प्रबंधन और पर्यटक सुविधा में बड़ी भूमिका निभाएंगे।

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