सार

बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से ऐलान किया गया है कि पार्टी माफिया अतीक अहमद की पत्नी या परिवार के किसी भी सदस्य को निकाय चुनाव में टिकट नहीं देगी। पहले शाइस्ता को प्रयागराज से मेयर पद का प्रत्याशी बनाया गया था।

लखनऊ: नगर निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं। इस बीच सभी की निगाहें प्रयागराज नगर निगम चुनाव पर बसपा के टिकट को लेकर टिकी हुई हैं। हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को ऐलान किया कि वह निकाय चुनाव में प्रयागराज से मेयर पद के लिए माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को टिकट नहीं देंगी। उन्होंने कहा कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद शाइस्ता का नाम केस में सामने आने पर उन्होंने यह फैसला लिया है। पार्टी शाइस्ता या अतीक के परिवार के किसी भी सदस्य को वहां से टिकट नहीं देगी।

'हत्याकांड में नाम आते ही बदल गई स्थिति'

गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन का नाम सामने आने के बाद पुलिस लगातार उसकी खोजबीन कर रही है। शाइस्ता पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है। ऐसे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा सुप्रीमो अपने प्रत्याशी को बदल सकती हैं। हालांकि शाइस्ता को टिकट न देने का ऐलान होने के बाद सवाल खड़ा होता है कि पार्टी अब किसे वहां से उम्मीदवार बनाएगी। मायावती ने सोमवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उमेश पाल हत्याकांड को लेकर जो तथ्य सामने आए है और इस मामले में अतीक की पत्नी का नाम आते ही और उसके फरार होते ही स्थिति बदल गई है। ऐसे में हमारी पार्टी (बसपा) अतीक की पत्नी और उसके परिवार के किसी भी सदस्य को चुनाव में मेयर का टिकट नहीं देगी। वहीं शाइस्ता के बसपा में रहने के सवाल पर मायावती का कहना था कि इसका फैसला शाइस्ता के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद लिया जाएगा। हमारी पार्टी कानून से ऊपर नहीं है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर साधा निशाना

मायावती ने कहा कि दलित और अल्पसंख्यकों का ख्याल सिर्फ और सिर्फ बसपा ही रख सकती है। यूपी में निकाय चुनाव काफी देरी के साथ हो रहे हैं और आरक्षण के नियमों को भी ताक पर रखा गया था। बीजेपी कुछ खास लोगों को लाभ देना चाह रही है। पसमांदा मुस्लिम समाज का राग बीजेपी के द्वारा अलापा जा रहा है लेकिन बीजेपी मुस्लिम समाज के लिए काफी घातक है। आपको बता दें कि हाल ही में शाइस्ता परवीन बीएसपी में शामिल हुई थीं। उसके बाद पार्टी के द्वारा उन्हें प्रयागराज से मेयर पद का प्रत्याशी बनाया गया था। हालांकि अब बीएसपी किसी और को वहां से प्रत्याशी बनाएगी।

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