मेरठ में बीएलओ मोहित कुमार ने SIR कार्य के भारी दबाव और कथित उत्पीड़न के चलते जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। अस्पताल में उनका इलाज जारी है। परिवार ने अधिकारियों पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

लखनऊ में चल रही मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया के बीच एक बार फिर सिस्टम की मार झेलते कर्मियों की दर्दनाक कहानी सामने आई है। घर-घर सर्वे कर लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत करने में लगे बीएलओ पर ऐसा दबाव बनाया जा रहा है कि कई अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं। इसी कड़ी में मेरठ से एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जिसने पूरे तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जहर खाकर जान देने की कोशिश

जानकारी के अनुसार, मेरठ के पल्लवपुरम क्षेत्र में बीएलओ मोहित कुमार ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालत नाजुक होने के चलते उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

Scroll to load tweet…

यह भी पढ़ें: BHU में देर रात अचानक बवाल क्यों भड़का? छात्रों और सुरक्षा कर्मियों की भिड़ंत में 100 से ज्यादा घायल

SIR के काम का दबाव बना वजह?

परिवार का आरोप है कि मोहित पर SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के काम का अत्यधिक दबाव था। मुरलीपुर थाना क्षेत्र के मुरलीपुर गांव निवासी मोहित सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हैं और मतदाता सूची में संशोधन के कार्य के लिए उनकी बीएलओ ड्यूटी वार्ड 57 पल्लवपुरम में लगाई गई थी।परिजनों का कहना है कि काम पूरा ना होने की वजह से लगातार उनके साथ दुर्व्यवहार और प्रताड़ित किया जा रहा था।

सुपरवाइजर पर प्रताड़ना का आरोप

परिजनों के मुताबिक 2 दिसंबर को भी सुपरवाइजर आशीष शर्मा ने मोहित को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। इसी से आहत होकर मोहित ने घर आकर ज़हरीला पदार्थ खा लिया। परिवार अब अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।

प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज

अधिकारियों का कहना है कि मोहित का कार्य प्रदर्शन संतोषजनक था और उत्पीड़न जैसी कोई बात उनके संज्ञान में नहीं है। वे पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की बात कह रहे हैं।

लगातार सामने आ रही हैं चिंताजनक घटनाएं

SIR प्रक्रिया के बीच इस तरह की घटनाएं पहली बार नहीं हो रही हैं। अब तक मुरादाबाद, बलिया, देवरिया, लखनऊ, गोंडा और फतेहपुर समेत कई जिलों से बीएलओ के आत्महत्या, हार्ट अटैक और तनावजनित मौत की खबरें आ चुकी हैं।

यह भी पढ़ें: अचानक क्यों भड़के छात्र? पुलिस पर पथराव और हंगामा… BHU विवाद की पूरी कहानी

Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।