Meerut fake sub inspector: प्यार में पागल युवक ने पुलिस की वर्दी सिलवाई, खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर महिला मित्र से मिलने जाता रहा। मेरठ में फर्जीवाड़ा उजागर, पुलिस ने पकड़ा तो इश्क की सच्चाई ने सबको चौंका दिया।

Fake police love story: मेरठ से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाए। एक युवक ने सिर्फ इसलिए पुलिस की वर्दी पहन ली क्योंकि वह अपनी प्रेमिका से बेरोकटोक मिलने जाना चाहता था। यह सब तब सामने आया जब प्रेमिका के परिजनों को उस पर शक हुआ और मामला पुलिस तक जा पहुंचा। आइए जानते हैं इस अनोखे मामले की पूरी कहानी।

कौन है ये नकली दरोगा? क्या सचमुच सिर्फ प्यार था वजह?

शुभम राणा, जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, एक महिला से प्रेम करने लगा जो मेरठ के सैनी गांव में रहती है। महिला विधवा है और अपने मायके में रहती थी। शुभम अक्सर उससे मिलने आता था, लेकिन परिजनों की नजरों से बचना आसान नहीं था। ऐसे में उसने एक अनोखा रास्ता अपनाया – पुलिस की वर्दी सिलवाकर फर्ज़ी दरोगा बन गया।

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वर्दी पहनने की इतनी जल्दी क्यों थी शुभम को?

शुभम का मानना था कि अगर वह पुलिस की वर्दी पहन लेगा तो कोई उस पर शक नहीं करेगा और वह अपनी प्रेमिका से आसानी से मिल सकेगा। इसी सोच के साथ उसने वर्दी सिलवाई और थानेदार की तरह पूरे आत्मविश्वास से महिला के घर आने-जाने लगा।

पुलिस ने कैसे पकड़ा ‘फर्ज़ी दारोगा’ को?

हाल ही में जब शुभम महिला से मिलने पहुंचा तो उसके ससुरालवालों को कुछ अजीब लगा। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस तुरंत हरकत में आई और शुभम को थाने ले आई। पूछताछ में जब सच्चाई सामने आई तो सब दंग रह गए – वह असली दारोगा नहीं था।

दर्जी से लेकर थाने तक, कैसे रचा गया पूरा नाटक?

पूछताछ में शुभम ने बताया कि वह पहले वन विभाग में कुछ महीनों के लिए अस्थायी रूप से तैनात था, जहां से वह सरकारी तंत्र के संपर्क में आया। यहीं से उसके दिमाग में फर्जी वर्दी पहनने का आइडिया आया। उसने मुजफ्फरनगर के एक दर्जी से वर्दी सिलवाई और खुद को दारोगा के रूप में पेश करने लगा।

SSP ने क्या बताया जांच में? सामने आए हैरान करने वाले तथ्य

मेरठ के एसएसपी विपिन ताडा ने बताया, “महिला के परिजनों ने शिकायत की कि एक अंजान दारोगा महिला से मिलने आया है। पुलिस ने जब उसे पकड़ा और जांच की तो पाया कि वह फर्जी दारोगा है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।”

फिलहाल पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है और अब यह देखा जा रहा है कि क्या इस फर्जीवाड़े में कोई और भी शामिल था या शुभम ने यह सब अकेले ही रचा।

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