सार
मेरठ में होली के चंदे को लेकर जमकर बवाल सामने आया। इस बीच वहां जमकर ईंट पत्थर बरसाए गए। इस बीच खुफिया तंत्र और पुलिस पूरी तरह से फेल नजर आई। जमकर हुए पथराव में कई लोग घायल हो गए।
मेरठ: ब्रह्मपुरी इलाके में हुए बवाल के दौरान हालात इतने बेकाबू नजर आए कि पुलिस को भी स्थिति पर नियंत्रण करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। घटनास्थल के पीछे ही ब्रह्मपुरी थाना है लेकिन फिर भी विवाद पर शुरुआत में ही नियंत्रण नहीं किया जा सका। विवाद के महज 15 मिनट बाद ही पुलिस वहां पर पहुंच गई लेकिन उपद्रवियों ने उसके बाद भी कोई डर नहीं दिखा। वह पुलिस के सामने भी पथराव करते रहें। इस बीच कुछ हमलावरों ने पुलिस पर भी पत्थर फेंके। बताया जा रहा है कि यह पूरा बवाल होली के चंदे को लेकर हुआ था।
फेल नजर आया खुफिया तंत्र, जमकर हुआ पथराव
घटना के दौरान गली में हर ओर ईंट और पत्थर बरसाए जा रहे थे। इस बीच कुछ घरों के शीशे भी टूट गए। लोग अपनी जान बचाकर घरों में दुबके हुए नजर आए। आरोप है कि वहां पर फायरिंग भी की गई। घटना के बाद जो फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए उसमें पुलिस प्रशासन और खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल नजर आया। हालांकि पुलिस फायरिंग की घटना से इंकार कर रही है। इस पूरे बवाल के बाद भारी संख्या में भाजपाईयों ने एसपी सिटी का घेराव किया और जमकर नारेबाजी भी की गई। उनका आरोप था कि घटना माहौल को बिगाड़ने के लिए की गई है। सोची-समझी साजिश के तहत इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया है। लोगों ने सवाल किया कि आखिर इतनी भारी मात्रा में ईंट-पत्थर कहां से आए।
लोगों ने कहा- ड्रोन से की जाए छतों की निगरानी
आरोप लगाया गया कि विवाद शुरू होते ही छत से पथराव होने लगा। आशंका जताई जा रही है कि कुछ लोग पहले से ही छतों पर घात लगाए बैठे थे और उन्हें विवाद शुरू होने का इंतजार था। वहीं मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। लिहाजा पुलिस को इस घटना के बाद सख्त एक्शन लेना चाहिए औऱ ड्रोन से छतों की निगरानी भी करनी चाहिए। जिन लोगों के द्वारा भी बेवजह छतों पर भारी मात्रा में ईंट-पत्थर इकट्ठा किए गए हैं उनके खिलाफ भी पुलिस को ठोस एक्शन लेना चाहिए।
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