सार

यूपी के मेरठ में एक भतीजे के द्वारा चाचा को ईंट से पीट-पीटकर मौत के घाट उतारे जाने का मामला सामने आया है। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले में पड़ताल की जा रही है।

मेरठ: भतीजे ने महज 2 हजार रुपए के मोबाइल के लिए चाचा को ईंट से कूचकर मौत के घाट उतार दिया है। शनिवार को यह घटना सामने आई। बताया गया का चाचा-भतीजे के बीच हुए विवाद के बाद भतीजे ने कीपैड मोबाइल को फेंक दिया था। इसी के बाद मोबाइल टूट गया और भतीजा नाराज हो गया। भतीजे ने तकरीबन 3 से 4 बार चाचा पर बुरी तरह से वार भी किया। जिसके चलते चाचा बेहोश हो गया।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

चाचा के बेहोश होकर गिरने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि नजदीकी अस्पताल में चाचा की हालत को देखकर उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। चाचा-भतीजे के बीच हुए विवाद औऱ मौत की सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस भी वहां पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आपको बता दें कि यह पूरा मामला लिसाड़ी गेट थाना के श्यामनगर से सामने आया है।

मोबाइल फेंकने पर नाराज भतीजे ने चाचा पर किए कई वार

मृतक इसरार अपने भाई नियाज, भतीजे दीन मोहम्मद, भतीजी सगुफ्ता और मां सर्वरी के साथ में वहां पर रहता है। दीन मोहम्मद की मां का निधन काफी पहले ही हो गया था और उसके पिता बीमारी के चलते बेड पर ही रहते हैं। इस बीच दादी के द्वारा मजदूरी कर किसी तरह से घर चलाया जाता है। दीन मोहम्मद के द्वारा गैस के सिलेंडर को पेंट करने का काम किया जाता है। मृतक की मां और दीन मोहम्मद की दादी सर्वरी ने जानकारी दी कि वारदात के समय घर पर दीन मोहम्मद और इसरार ही थी। जबकि बीमार बेटा दूसरे कमरे में था। वह घटना के बाद जब घर पहुंची तो आंगन में इसरार पड़ा था। उसके सिर से खून आ रहा था और सगुफ्ता पास में बैठकर रो रही थी। सगुफ्ता ने ही दादी सर्वरी को बताया कि दीन मोहम्मद ने चाचा को ईंट से पीट-पीटकर यह हाल किया है। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। सगुफ्ता ने बताया कि चाचा ने दीन मोहम्मद का मोबाइल उठाकर आंगन में फेंक दिया था और इसी पर भाई आग बबूला हो गया। उसने पास रखी ईंट से चाचा पर कई वार कर दिया। जिसके बाद वह खून से लथपथ होकर गिर गए।

माफिया अतीक अहमद को सड़क के रास्ते यूपी लाने की तैयारी, साबरमती जेल पहुंची प्रयागराज पुलिस, डीजीपी बोले- सुरक्षा कारणों से नहीं बता सकते रूट