सार
यूपी के मुरादाबाद में एक छात्रा ने छेड़खानी से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। छात्रा ने दो पेज के सुसाइड नोट में अपना दर्द बयां किया है। छात्रा ने नोट में बताया कि पुलिस भी कोई एक्शन नहीं ले रही थी।
मुरादाबाद: कुंदरकी में छेड़खानी से परेशान और पुलिस की हीलाहवाली से आहत बारहवीं की एक छात्रा ने जहर खा लिया। इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई। उसका उपचार निजी अस्पताल में जारी था। छात्रा ने सुसाइड से पहले एक दो पेज का नोट भी लिखा था।
होली के दिन घर में घुसकर की गई थी छेड़छाड़
परिजन ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की। इसको लेकर उनके द्वारा हंगामा भी किया गया। मामले में छात्रा की मौत के बाद लापरवाही बरतने वाले दारोगा सचिन मलिक को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। छात्रा के परिजन बताते हैं कि बेटी के साथ आठ मार्च को होली के दिन युवक विकेश ने घर में घुसकर छेड़खानी की थी। जब इसका विरोध किया गया तो मारपीट भी हुई। इस घटना की शिकायत कुंदरकी थाने में हुई लेकिन पुलिस ने कोई भी प्रभावी एक्शन नहीं लिया। आरोपी के खिलाफ शांतिभंग में कार्रवाई की गई।
आरोपी रोज देखकर था हंसता, परिवार पर कसता था तंज
परिजनों ने कहा कि आरोपी गांव का ही युवक है और वह छात्रा और उसके परिवारवालों को देखकर हंसता था व तंज कसता था। आरोपी का दुस्साहस इतना बढ़ा था कि वह छात्रा जब अपने घर में नहाती थी तो छत से उसे देखता और फोटो खींचता। परिजनों ने शिकाय को लेकर कई प्रार्थनापत्र दिए लेकिन कुछ नहीं हुआ। छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा कि 'मेरी मौत के जिम्मेदार हरज्ञान, इमरत हैं। मैंने सबके सामने हाथ-पैर जोड़ लिए। हम गरीब हैं इसलिए हमारी नहीं सुनी जा रही। यह सब पैसे देकर सबसे मना कर देते हैं। यह हम पर हंसते हैं। इसलिए मजबूर होकर मुझे यह कदम उठाना पड़ रहा है।' छात्रा ने छेड़खानी और पुलिस के रवैये से आहत होकर दो पेज में अपनी बातें लिख सुसाइड कर लिया।