सार
माफिया मुख्तार अंसारी का परिवार लगातार समस्याओं से घिरता जा रहा है। परिवार के ज्यादातर लोग या तो जेल में हैं या फरार चल रहे हैं। वहीं आने वाले दिनों में भी उनकी मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रहीं।
वाराणसी: मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर मामले में सजा हुई है। उसे 10 साल की सजा हुई और इसी मामले में उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई गई। मुख्तार का विधायक बेटा अब्बास अंसारी और बहू निखत पहले से ही जेल में है। इसी के साथ छोटे बेटे के खिलाभ भी गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है। मुख्तार की पत्नी आफ्शा अंसारी भी लंबे समय से फरार चल रही है।
कोर्ट का फैसला आते ही पुलिस ने की कार्रवाई
जिस माफिया मुख्तार की कभी यूपी में तूती बोलती थी आज उसका परिवार बदलते हुए दौर का गवाह बनता जा रहा है। घर के लोग या तो जेल के भीतर हैं या फरार चल रहे हैं। इसी बीच शनिवार को गाजीपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से माफिया की पेशी हुई। इस बीच अफजाल अंसारी कोर्ट पहुंचे हुए थे। कोर्ट का फैसला आने के साथ ही पुलिस ने कार्रवाई की और अफजाल अंसारी को गाजीपुर जिला जेल भेज दिया गया। गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि जेल में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है और तमाम चीजों का ध्यान रखा जा रहा है।
जेल में नियम विरुद्ध पति से मुलाकात कर रही थी निखत
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास उस दौरान चर्चाओं में आया था जब विधानसभा चुनाव के दौरान उसने हिसाब-किताब वाला बयान दिया था। इस बयान का वीडियो वायरल हुए था। वहीं उसकी पत्नी निखत चित्रकूट जेल से गिरफ्तार की गई थी। निखत अपने पति अब्बास अंसारी से जेल में नियमों के खिलाफ मुलाकात कर रही थी। छापेमारी में निखत और उसके ड्राइवर को जेल से ही गिरफ्तार किया गया था और मामले में कई जेल अधिकारियों पर भी एक्शन हुआ था। इसके बाद अब्बास अंसारी को कासगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया था। गौरतलब है कि मुख्तार से पहले उसके परिवार को कोई भी सदस्य आपराधिक पृष्ठभूमि का नहीं था। मुख्तार के दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वह कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। वहीं मुख्तार के नाना ब्रिगेडियर उस्मान को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड में पुलिस की कहानी पर उठ रहे कई सवाल, इन सवालों का नहीं मिल रहा कोई जवाब