सार
पुलिस ने गाड़ियों का शीशा तोड़कर लैपटॉप चोरी करने वाले एक गिरोह के बदमाशों को पकड़ा है। गिरोह ने सैकड़ों वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस लगातार गैंग की तलाश में जुटी हुई थी।
नोएडा: बीते दो माह से नोएडा पुलिस के लिए सिर दर्द बने ठक-ठक गिरोह के 4 बदमाशों मंगलवार को सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान विग्नेश, संजय उर्फ माइकल, अमित कुमार और विक्रम के रूप में हुई है। इन आरोपियों के पास से चोरी के 27 लैपटॉप, गुलेल, घटना में इस्तेमाल बाइक और गुलेल बरामद की गई हैं।
चोरी के बाद आराम से बेच दिए जाते थे लैपटॉप
आरोपियों की गिरफ्तारी पर डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह गैंग चेन्नई का है। गैंग बाजार और भीड़भाड़ वाली जगहों पर गाड़ियों के शीशे तोड़कर लैपटॉप और अन्य सामान की चोरी करता था। चोरी किए गए लैपटॉप को माइकल की पत्नी सिमरन, राजेश, शशि, विशाल दिल्ली के अलग-अलग बाजारों में जाकर बेंच देते थे। लंबे समय से इन आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम लगी हुई थी।
तीन घंटे की रेकी के बाद 5 सेकेंड में हो जाती चोरी
बताया गया कि आरोपित किराए का फ्लैट लेकर दिल्ली के उत्तम नगर में रह रहे थे। दिल्ली पुलिस के द्वारा गिरोह के ही सदस्य राहुल के खिलाफ मकोका अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। बदमाश बड़े आराम से स्कूटी से निकलते थे और रेकी के बाद इनके द्वारा वारदातों को अंजाम दिया जाता था। इनके खिलाफ चार सौ से अधिक केस दर्ज हैं। आरोपियों ने बताया कि कभी नोएडा तो कभी गाजियाबाद में तो कभी कही और जाकर चोरी करते। पहले तीन घंटे वह रेकी करते और उसके बाद जगह तय होने पर चोरी करते। इसके लिए एक स्कूटी सवार आगे चलता और पीछे से दूसरे स्कूटी पर बैठे बदमाश शाम छह से सात बजे के बीच 3-5 सेकेंड में कार का शीशा तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम देते। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हवाई जहाज से चेन्नई जाकर वहां भी कारों के शीशे तोड़कर लैपटॉप चोरी किए। इसी के साथ वह तमाम जगहों पर जाकर मौज मस्ती करते और फिर वहां भी चोरी करते। इसमें मनाली, ऋषिकेश जैसी जगह भी शामलि हैं। उन्होंने हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया।