Kanpur Dehat Case. एसडीएम ज्योति मौर्या जैसा ही मामला कानपुर देहात में भी सामने आया है। यहां भी पति ने आरोप लगाया कि मजदूरी करके पत्नी को बीएससी नर्सिंग कोर्स कराया और जब नौकरी लग गई तो वह अलग रहने लगी। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
जबसे एसडीएम ज्योति मौर्या का मामला (SDM Jyoti Maurya Controversy) सामने आया है, महिलाओं की पढ़ाई पर तो मानों पहरा ही लग गया है। कई सूचनाएं हैं, जहां पतियों ने अपनी पत्नियों की पढ़ाई पर रोक लगा दी है।
गाजियाबाद में धर्मांतरण के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। राहुल अग्रवाल से राहिल बनकर यह युवक 30 से ज्यादा लड़कियों के संपर्क में था और उनका ब्रेनवॉश करके इस्लाम कबूल कराता था।
Seema Haider-Sachin Love Story. पाकिस्तान से प्रेमी के लिए भागकर भारत पहुंची सीमा हैदर गुलाम और उसके प्रेमी सचिन को नोएडा जेल से रिहा कर दिया गया है। इसके बाद सीमा हैदर ने हिंदू बनने की बात कबूली और लोगों से उसे यही रहने की मार्मिक अपील की है।
PM Modi Gorakhpur Visit. पीएम नरेंद्र मोदी गोरखपुर विजिट के दौरान अचानक केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी की मां उज्जवला चौधरी से मिलने उनके घर जा पहुंचे। पीएम मोदी मां से मिलने के लिए 150 मीटर तक संकरी गलियों में पैदल चलकर उनके घर पहुंचे।
राजस्थान की एजुकेशन सिटी यानि कोटा शहर से एक बार फिर एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह दो महीने पहले ही यूपी से पढ़ने के लिए कोटा में आया था। सुसाइड के लगातार बढ़ते मामलों के चलते इस साल टूट गया सुसाइड के रिकॉर्ड।
PM Modi Gorakhpur Visit. यूपी के गोरखपुर पहुंचे पीएम मोदी का काफिला अचानक रूका और वे लग्जरी गाड़ी से उतरकर संकरी गलियों की तरफ बढ़ गए। उनके साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी थे लेकिन उन्हें भी नहीं पता था कि पीएम मोदी आखिर कहां जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के कलेक्टर डॉ. दिनेश चंद्र का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वो कांवड़ियों के लिए खुद रोटियां सेंकते दिख रहे हैं। सावन में कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है।
यूपी की एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच छिड़े 'गृहयुद्ध' में रोज नए-नए तमाशे हो रहे हैं। पढ़िए 'पति-पत्नी और वो' के चलते छिड़ी इस लड़ाई में क्या चल रहा है?
PM Modi UP Visit: पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूपी के गोरखपुर और अपने संसदीय क्षेत्र बनारस पहुंचे। गीता प्रेस शताब्दी समारोह में शामिल होने के साथ गोरखपुर को करोड़ों रुपये की परियाजनाओं की सौगात भी दी।