PM Modi 75th Birthday: 2014 से 2025 तक पीएम मोदी की योजनाओं ने उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल दी। किसानों को राहत, महिलाओं को सशक्तिकरण, युवाओं को अवसर, स्वास्थ्य में क्रांति और इंफ्रास्ट्रक्चर में तेज़ रफ्तार विकास ने यूपी को नई पहचान दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन आज देशभर में सेवा पखवाड़े और जनकल्याण कार्यक्रमों के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन केवल शुभकामनाएँ देने का नहीं, बल्कि उस विकास यात्रा को याद करने का भी है जिसने 2014 से 2025 तक उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य की दिशा और दशा बदल दी।
पिछले 11 सालों में मोदी सरकार की कई योजनाएँ सिर्फ कागजों पर नहीं रहीं, बल्कि गाँव-गाँव और शहर-शहर तक पहुँचीं। किसानों से लेकर महिलाओं तक, युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक-हर वर्ग की जिंदगी में इन योजनाओं ने नई उम्मीद जगाई।
PM-Kisan: किसानों के लिए नई राह
उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा कृषि प्रधान राज्य है और यहाँ के किसानों की हालत लंबे समय तक मानसून और साहूकारों पर निर्भर रही। 2019 में शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) ने छोटे और सीमांत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की सीधी आर्थिक मदद दी। यह रकम चाहे बड़ी न लगे, लेकिन खेती-किसानी के खर्च और बीज-खाद खरीदने के लिए यह एक स्थायी सहारा बन गई।
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इसी तरह प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना ने खेती को बारिश के भरोसे से निकालकर आधुनिक सिंचाई साधनों से जोड़ा। बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे इलाके, जो अक्सर सूखे की मार झेलते थे, अब सिंचाई साधनों के कारण बेहतर फसल उत्पादन कर पा रहे हैं।
उज्ज्वला योजना: महिलाओं के जीवन में बदलाव
2016 में लॉन्च हुई उज्ज्वला योजना ने यूपी की लाखों महिलाओं को चूल्हे के धुएं से छुटकारा दिलाया। पहले रसोई का धुआँ न सिर्फ स्वास्थ्य बिगाड़ता था, बल्कि महिलाओं को रोज़ कई घंटे लकड़ी और गोबर इकट्ठा करने में भी बिताने पड़ते थे। अब गैस सिलेंडर और चूल्हे ने उनकी जिंदगी आसान कर दी है।
यही नहीं, स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय बनवाए गए। यह बदलाव सिर्फ सुविधा भर नहीं था, बल्कि महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा से जुड़ा हुआ था। इसके साथ जनधन योजना के बैंक खाते ने घर की गृहिणी को भी आर्थिक अधिकार दिए, जिससे वे घर के खर्च और बचत पर सीधा नियंत्रण रख सकीं।
आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY): स्वास्थ्य क्षेत्र में नई उम्मीद
गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बीमारी अक्सर कर्ज और कंगाली की वजह बनती थी। 2018 में शुरू हुई आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) ने इस समस्या का बड़ा समाधान दिया। इस योजना के तहत यूपी के लाखों परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध हुआ।
आज राज्य के कई जिलों में सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधरी है और गरीब मरीज निजी अस्पतालों तक भी पहुँच पा रहे हैं। यह बदलाव स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांति से कम नहीं है।
स्किल इंडिया योजना: युवाओं को मिला आत्मनिर्भरता का रास्ता
उत्तर प्रदेश की पहचान हमेशा से युवा आबादी वाले राज्य की रही है। 2015 में शुरू हुई स्किल इंडिया योजना ने लाखों युवाओं को तकनीकी और प्रोफेशनल ट्रेनिंग देकर रोज़गार योग्य बनाया। इसके साथ ही स्टार्टअप इंडिया ने छोटे शहरों और कस्बों से भी उद्यमिता की लहर पैदा की।
डिजिटल इंडिया के ज़रिए इंटरनेट और ऑनलाइन सेवाओं की पहुँच ने पढ़ाई, नौकरी और बिजनेस की दुनिया को बिल्कुल बदल दिया। अब गाँव का छात्र भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकता है और उद्यमी अपने छोटे कारोबार को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ा सकता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक यूपी का चेहरा
पिछले दशक में यूपी की पहचान सिर्फ खेती तक सीमित नहीं रही। पूर्वांचल, गंगा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जैसे प्रोजेक्ट्स ने यूपी को तेज़ रफ्तार दी। अब लखनऊ से वाराणसी या दिल्ली से प्रयागराज तक का सफर पहले से कहीं आसान और तेज़ हो गया है।
शहरी जीवन में भी बड़ा बदलाव आया। लखनऊ और कानपुर मेट्रो ने आम नागरिकों को आधुनिक परिवहन दिया, जबकि स्मार्ट सिटी मिशन ने वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ जैसे शहरों की तस्वीर बदलनी शुरू की।
सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का कायाकल्प
उत्तर प्रदेश हमेशा से भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र रहा है। मोदी सरकार ने इसे नई ऊँचाई दी। काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर ने बनारस को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन स्थल बना दिया।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भारत की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बन गया। वहीं, प्रयागराज कुंभ का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूपी की छवि को नई ऊँचाई पर ले गया और लाखों लोगों को रोजगार भी मिला।
सामाजिक सुरक्षा और हर घर तक योजनाएँ
आवास, बिजली और बीमा जैसे बुनियादी क्षेत्रों में भी बदलाव साफ दिखा। प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब परिवारों को पक्के घर का सपना पूरा किया। सौभाग्य योजना से हर घर तक बिजली पहुँची और बीमा योजनाओं ने आम आदमी को आर्थिक सुरक्षा दी।
यूपी का बदलता चेहरा
2014 से 2025 तक का यह सफर बताता है कि योजनाएँ जब ज़मीनी स्तर पर लागू हों तो वे सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि आम लोगों की जिंदगी में बदलाव लाती हैं। आज यूपी का किसान आत्मनिर्भर है, महिला आत्मसम्मान के साथ जी रही है, युवा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं और शहर आधुनिकता की ओर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर जब देशभर में शुभकामनाएँ दी जा रही हैं, तब उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोग इस बदलाव को अपनी आँखों से देख रहे हैं और इसकी गवाही दे रहे हैं।
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