सार
पिता के द्वारा मासूम का सौदा किए जाने के बाद निःसंतान दंपती ने मासूम से जमकर बर्बरता की। बच्ची के शरीर की कई हड्डियां टूट गई हैं और शरीर पर कई जगहों पर जलाने के निशान भी हैं। बच्ची के प्राइवेट पार्ट में भी चोट आई है।
प्रयागराज: दंपती की बर्बरता का शिकार हुई बेटी का सौदा उसके ही पिता के द्वारा किया गया था। जिसके बाद दंपती ने उस बच्ची पर इतना जुल्म ढाया कि वह उठकर बैठ भी नहीं पा रही है। इस बीच दंपती से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। मामले में छावनी परिषद ने बताया कि गोद लिए जाने तक बच्ची की देखभाल को अच्छी तरह से किया जाएगा।
पिता ने चंद रुपयों के लिए तीन अनजान लड़कों से किया बेटी का सौदा
आपको बता दें कि शनिवार को छावनी अस्पताल प्रशासन की ओर से सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस ने प्रीतम नगर के रहने वाले अरुण सिन्हा और उनकी पत्नी अंजना को गिरफ्तार किया। दंपती पर आरोप है कि उन्होंने मासूम बच्ची को अमानवीय यातनाएं दीं। अस्पताल में भर्ती बच्ची ने जानकारी दी कि वह लखनऊ के चौक इलाके की रहने वाली है। मां के गुजरने के बाद दिहाड़ी मजदूर करने वाले पिता रामबाबू ने उसका पालन-पोषण किया। इसी बीच महज चंद रुपयों के खातिर पिता ने उसे तीन अनजान लड़कों के हाथों बेच दिया। इसके बाद ही उसी कानपुर ले जाया गया। बच्ची ने बताया कि उसे कानपुर में वहां पर रखा गया जहां कुछ और लड़कियां भी थी। वहीं कुछ दिनों बाद बच्ची का सौदा प्रयागराज की निःसंतान सिन्हा दंपती के साथ कर दिया गया। यहां आर्मी स्कूल के अध्यापक अरुण सिन्हा और उनकी पत्नी रंजना सिन्हा के साथ बच्ची प्रीतम नगर के सनशाइन अपार्टमेंट में पहुंची। यहां दंपती उससे नौकरानी की तरह से काम करवाते थे।
निःसंतान दंपती जमकर करते थे बच्ची से मारपीट
घर पर पहुंचने के बाद बच्ची से झाड़ू, पोछा, बर्तन साफ करवाने का काम करवाया जाता था। काम में आनाकानी करने पर रंजना उसे जमकर मारती-पीटती थी। वह जो भी हाथ में आता था उससे बच्ची को मारने लगती थी। वहीं अरुण मासूम पर हो रही यातनाओं को खामोश रहकर देखता। इसी बीच अंजना ने शुक्रवार को बच्ची पर चोरी का आरोप लगाया। यह आरोप लगाते हुए दंपती ने उससे जमकर मारपीट की। वहीं बच्ची से जब पिता के पास वापस जाने को लेकर कहा गया तो वह रो पड़ी। बच्ची ने बताया कि पिता उससे उल्टा सीधा बाते करता था और टाइम पर खाना भी नहीं देता था। लिहाजा अब वह कहीं और जाना चाहती है।
बच्ची का शरीर बयां कर रहा हैवानियत की कहानी
बच्ची की शरीर पर चोट के निशान हैं और हाथ की हड्डी के साथ कान के पीछे की हड्डी भी फ्रैक्चर थी। बच्ची की कमर और कूल्हे में भी गहरी चोट है। इसी के चलते वह बैठ नहीं पा रही है। वहीं बच्ची का कूल्हा भी कई जगहों से फ्रैक्चर हो गया है। इसके चलते ऑपरेशन कर प्लेट डालनी होगी। बच्ची की छाती, पीठ, गाल को बुरी तरह से जलाया गया है। उसकी नाक में भी चोट लगी है। बच्ची के प्राइवेट पार्ट में भी चोट लगने के कारण यूरिन ठीक से नहीं हो पा रही है। उसके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी काफी कम है।