सार
प्रयागराज | महाकुंभ 2025 की भव्य तैयारियों के बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रयागराज दौरे के दौरान एक विशेष रात्रि भोज का आयोजन किया, जिसमें साधु-संतों को सम्मानित किया गया। इस भोज में अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के प्रमुख संतों ने भाग लिया।
संतों का स्वागत और सात्विक भोजन
रेडियो ट्रेनिंग हॉल में आयोजित इस आयोजन में 20 से अधिक पूज्य संतों की उपस्थिति रही। इनमें जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल और वैष्णव अखाड़ों के संत शामिल थे। इस अवसर पर खाकचौक से महामंडलेश्वर सतुआ बाबा भी पहुंचे। भोज में संतों को सात्विक और पारंपरिक भोजन परोसा गया, जिसमें मूंग और अरहर की दाल, चने का साग, पनीर की सब्जी, आलू-मेथी सोया, मलाई कोफ्ता, मटर निमोना और मूंग का हलवा शामिल था। संतों ने इस विशेष भोजन का आनंद लिया और मुख्यमंत्री के इस प्रयास की सराहना की।
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संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया
भोज के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन में संतों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और उनका धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने संतों से महाकुंभ के दौरान स्वच्छता, धार्मिक सद्भाव और समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए योगदान देने की अपील भी की।
यह आयोजन महाकुंभ 2025 के लिए एक नई पहल को दर्शाता है, जिसमें मुख्यमंत्री ने न केवल संतों के प्रति सम्मान और आस्था को व्यक्त किया, बल्कि महाकुंभ को स्वच्छ और भव्य बनाने के लिए सरकार के प्रयासों को भी स्पष्ट किया। इस भोज ने प्रशासन और साधु-संतों के बीच संवाद और सहयोग को मजबूत किया, जो महाकुंभ के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाएगा।
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