डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के स्थापना दिवस समारोह में CM योगी आदित्यनाथ ने संस्थान की उपलब्धियों को संस्कृति का उदाहरण बताया। कोरोना में टेक्नोलॉजी मॉडल, इंसेफेलाइटिस पर काबू और यूपी स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव पर बात की।

लखनऊ, 13 सितंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन की तीन स्थितियां होती हैं। पहली प्रवृत्ति, जिसमें स्थिति अपने वास्तविक रूप में बनी रहती है। दूसरी विकृति, जब कोई व्यक्ति या संस्थान लगातार गिरावट की ओर बढ़ता है। तीसरी संस्कृति, जब कोई निर्णय व्यापक जनहित और राष्ट्रहित में लिया जाता है।

योगी आदित्यनाथ ने उदाहरण देते हुए कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान इसका बेहतरीन प्रमाण है। यह संस्थान सिर्फ 19 सालों में 20 बेड से बढ़कर 1,375 बेड का हो गया है।

काम की गति से दो कदम आगे चलना ज़रूरी- CM योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यक्ति और देश की गति ही समय की गति है। हमें हमेशा समय से दो कदम आगे चलने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर हम समय की चाल को पहचान नहीं पाए तो समय हमें पीछे छोड़ देगा।

उन्होंने कहा कि यथास्थिति में रहना प्रगति नहीं है। अगर किसी संस्थान को हमारी वजह से नुकसान होता है तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी। लोहिया संस्थान ने समय की गति को पहचानते हुए शानदार प्रगति की है। यही कारण है कि यह संस्थान कम समय में प्रदेश के शीर्ष तीन चिकित्सा संस्थानों में शामिल हो गया है-

  • केजीएमयू (110 साल पुराना)
  • एसजीपीजीआई (लगभग 40 साल पुराना)
  • लोहिया संस्थान (19 साल में लंबी छलांग)

कोरोना महामारी में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लोहिया संस्थान पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए सबसे अहम केंद्र है। यहां से मरीज आगे केजीएमयू या एसजीपीजीआई जाते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश ने टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर पूरी दुनिया के सामने नया मॉडल पेश किया। महामारी की शुरुआत में न तो टेस्टिंग की सुविधा थी, न ही आईसीयू बेड पर्याप्त थे।

इसके बावजूद वर्चुअल आईसीयू मॉडल अपनाकर प्रदेश के 75 जिलों तक सेवाएं पहुंचाईं। एसजीपीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल ने मिलकर मैनपावर को ट्रेन किया और मरीजों को बेहतर इलाज दिया। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश ने महामारी को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया।

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इंसेफेलाइटिस पर काबू- पूर्वांचल में अब डर नहीं, उत्साह है

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में कभी इंसेफेलाइटिस बीमारी ने हजारों बच्चों की जान ली थी। लेकिन टीमवर्क और जागरूकता से अब इस बीमारी पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। उन्होंने कहा कि जहां कभी भय का वातावरण था, अब वहां उत्साह और उमंग का माहौल है।

स्वास्थ्य सेवाओं में नई सुविधाएं और मशीनें

सीएम योगी ने बताया कि लोहिया संस्थान में 50 करोड़ की गामा नाइफ मशीन और प्रदेश का पहला एडवांस्ड न्यूरो साइंसेज सेंटर शुरू किया गया है। इससे ब्रेन ट्यूमर और अन्य मस्तिष्क संबंधी बीमारियों का इलाज आसान होगा। साथ ही, प्रदेश में मेडिकल डिवाइस और फार्मा पार्क के विकास पर भी काम तेजी से हो रहा है-

  • गौतमबुद्ध नगर में मेडिकल डिवाइस पार्क
  • ललितपुर में फार्मा पार्क

यह सब मिलकर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में मदद करेंगे।

कार्यक्रम में मौजूद अतिथि

इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वरण शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह, डीन प्रो. प्रद्युम्न सिंह और सीएमएस विक्रम सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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