सार

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर लवलेश को लेकर चौंकाने वाला सच सामने आया है। लवलेश कभी माफिया अतीक के ही गिरोह में शामिल होना चाहता था। इसको लेकर वह चकिया दफ्तर भी गया था।

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर गोलियां बरसाने वाले शूटर लवलेश तिवारी को लेकर एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। मीडिया रिपोर्टस में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि लवलेश अतीक अहमद के गैंग में शामिल होना चाहता था। इसको लेकर वह माफिया से मुलाकात करने उसके दफ्तर चकिया तक भी गया था। लेकिन वह उसको कोई तवज्जो नहीं मिली। इसके बाद वह खुद इस कांड को अंजाम देकर डॉन की श्रेणी में शामिल हो गया।

लवलेश को बिगड़ता देख परिजन भी नहीं देते थे ध्यान

लवलेश तिवारी को जानने वाले लोग बताते हैं कि वह जेल जाने के बाद से काफी ज्यादा बिगड़ गया था। उसकी हरकतों को देखकर परिवार के लोगों ने भी उस पर ध्यान देना छोड़ दिया था। इसके बाद वह नशे का आदी हो गया और बुरी संगत में पड़ता चला गया। रिपोर्टस में बताया गया कि लवलेश अतीक अहमद की गैंग में शामिल होना चाहता था। इसी को लेकर वह माफिया के चकिया दफ्तर भी गया था। यहां से उसे बालक समझकर भगा दिया गया। कथिततौर पर यह बात उसने खुद एसआईटी को पड़ताल के दौरान बताई है। हालांकि पुलिस इसको लेकर कोई भी पुष्टि करने से बच रही है। पुलिस का कहना है कि एसआईटी की जांच अलग है और उसका पुलिस से कोई लेना-देना नहीं है।

कई बार प्रयागराज जाने की बात कहकर घर से निकला था लवलेश

लवलेश के पड़ोसी भी इस बात को बताते हैं कि वह माफिया अतीक के गैंग में शामिल होना चाहता था। वह कई बार प्रयागराज जाने की बात कहकर घर से निकला था। हालांकि अतीक से मुलाकात को लेकर कभी भी उसने नहीं बताया। हालांकि जिस अतीक के गैंग में लवलेश कभी शामिल होने का ख्वाब रखता था उसी पर उसने गोलियां कैसे बरसाई यह अभी तक पहेली बना हुआ है। इसको लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। लवलेश को जानने वाले लोग कहते हैं कि वह इतना बड़ा कदम खुद ही नहीं उठा सकता है। इस घटना के पीछे जरूर कोई अन्य शख्स है। उसके द्वारा किसी और के बहकावे में आकर ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है। जिस घर में दो जून की रोटी मिलने की मुश्किल हो उस घर का बेटा लाखों की पिस्टल लेकर किसी की हत्या कर देगा यह बात सोचनीय है।

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