UP Assembly Monsoon Session: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अपने 8 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों और यूपी के विकास की प्रगति को साझा किया। उन्होंने आर्थिक, कृषि, इन्फ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक सुधारों पर विस्तार से चर्चा की।

UP Assembly Monsoon Session: गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में विजन 2047 पर 24 घंटे से अधिक चली बहस का समापन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत तभी विकसित बनेगा जब हर राज्य अपनी जिम्मेदारी निभाएगा और इसमें उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहेगा। सभी 187 विधायकों की भागीदारी और गंभीर बहस ने लोकतंत्र की ताकत और विधायकों की जिम्मेदारी को प्रदर्शित किया। सीएम ने बताया कि यह चर्चा दो हिस्सों में हुई 1947 से 2017 तक के विकास का विश्लेषण और 2017 के बाद आने वाले 30 वर्षों का रोडमैप। उन्होंने कहा कि यह समय आत्मावलोकन का है, जिसमें यूपी की उपलब्धियों और चुनौतियों पर विचार किया गया।

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस और कांग्रेस पर निशाना

सीएम योगी ने लखनऊ में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 1947 का विभाजन कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति का काला अध्याय था, जिसने देश को पीड़ा दी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश सरकार CAA के तहत पात्र विस्थापित परिवारों को जमीन और उचित पुनर्वास उपलब्ध कराएगी। उन्होंने युवाओं को इतिहास से जोड़ने का महत्व बताते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी उन्हें विभाजन की त्रासदी, हिंसा और विस्थापन से अवगत कराती है।

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यूपी का आर्थिक और औद्योगिक कायाकल्प

सीएम ने अपने कार्यकाल (2017-2025) की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि यूपी अब केवल देश का हिस्सा नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक प्रगति का नेतृत्व करने वाला राज्य बन रहा है। उन्होंने आर्थिक आंकड़े पेश किए GSDP 13 लाख करोड़ से बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये, निर्यात 84 हजार करोड़ से 1.86 लाख करोड़ रुपये, और डिजिटल लेनदेन 122 करोड़ रुपये से 1400 करोड़ रुपये तक।

कृषि और सिंचाई में नई ऊंचाइयां

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि यूपी की कृषि ने बीते आठ वर्षों में ऐतिहासिक उन्नति की है। गेहूं, चावल, दलहन, तिलहन, गन्ना और एथेनॉल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। 31 सिंचाई परियोजनाओं के पूरा होने से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को पानी मिला। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 2.86 करोड़ किसानों को 90,000 करोड़ रुपये सीधे मिले।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक निवेश में सुधार

सीएम ने कहा कि 2017 से पहले अधूरी नेटवर्क और ठहरा निवेश प्रदेश की पहचान थी। अब यूपी में एक्सप्रेसवे की संख्या 2 से बढ़कर 22 हो गई है, हवाई अड्डों की संख्या 16 तक पहुंची है और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। औद्योगिक निवेश 45 लाख करोड़ रुपये का प्रस्ताव आया, जिसमें 15 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं धरातल पर उतरीं।

परंपरागत शिल्प और MSME में बदलाव

योगी ने बताया कि परंपरागत शिल्पकारों और MSME इकाइयों को तकनीक और पैकेजिंग से जोड़ा गया। ODOP योजना और जीआई टैग उत्पादों ने वैश्विक पहचान बनाई। 96 लाख इकाइयों के तहत 1.75 करोड़ रोजगार सृजित हुए।

सीएम का विपक्ष पर कटाक्ष

योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर परिवारवादी सोच और विकास की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने उनके 'पीडीए' नारे को जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला बताया। विपक्षी सरकारों के अधूरे नेटवर्क और ठहरे निवेश के कारण यूपी पिछड़ा हुआ था।

उत्तर प्रदेश अब विकास, सुशासन और निवेश के मॉडल राज्य के रूप में उभर रहा है। विधानसभा चर्चा ने यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार समग्र और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। अब अगली चुनौती यह है कि विजन 2047 के तहत योजनाओं को जमीन पर कैसे साकार किया जाए, जिससे यूपी देश के आर्थिक और सामाजिक नेतृत्व को और मजबूत बनाए।

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