सार

यूपी उपचुनाव में बीजेपी ने 7 सीटों पर जीत हासिल की है। मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट पर भी बीजेपी ने 31 साल बाद जीत दर्ज की है। योगी आदित्यनाथ का 'बटेंगे तो कटेंगे' नारा सफल साबित हुआ।

UP By-Election results: यूपी में हुए उपचुनाव में बीजेपी को लैंडस्लाइड विक्ट्री मिली है। राज्य में अखिलेश यादव के पीडीए फार्मूला पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सबसे फेमस नारा-बटेंगे तो कटेंगे भारी पड़ा है। आलम यह कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र कुंदरकी में भी योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी का कमल खिला दिया है।

कुंदरकी में जीत सबसे बड़ी सफलता

नौ सीटों पर यूपी में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 31 साल बाद बीजेपी ने कुंदरकी सीट पर जीत हासिल की है। कुंदरकी मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। यहां 60 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। लेकिन यहां भी बीजेपी ने जीत हासिल कर योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता को भुना लिया है। यहां बीजेपी के रामवीर सिंह ठाकुर ने जीत हासिल की है। रामवीर सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी रिजवान को हराया है।

बीजेपी ने सात सीटों पर हासिल की जीत

यूपी में 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। गाजियाबाद में संजीव शर्मा ने जीत हासिल की है तो कटेहरी में धमराज निषाद क, खैर से बीजेपी के सुरेंद्र दिलेर ने चुनाव जीता है। मंझावन से बीजेपी की शुचिस्मिता मौर्य तो मीरापुर से बीजेपी के सहयोगी रालोद की मिथिलेश पाल ने चुनाव जीता है। फूलपुर से दीपक पटेल ने जीत हासिल की है।

समाजवादी पार्टी को सिर्फ दो सीट

समाजवादी पार्टी ने करहल विधानसभा सीट जीतने में सफलता पायी है। यहां से अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप सिंह यादव चुनाव जीते हैं। जबकि सीसीमऊ सीट से नसीम सोलंकी चुनाव जीती हैं। यह सीट सपा नेता इरफान सोलंकी के अयोग्य होने के बाद रिक्त हुई थी।

यूपी में योगी आदित्यनाथ सर्वमान्य होकर उभरे

यूपी में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में 7 में बीजेपी ने जीत हासिल की है। इन उपचुनावों का सारा दारोमदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर था। देशभर में बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे योगी आदित्यनाथ ने बटेंगे तो कटेंगे का नारा लगाया तो विपक्ष ने आलोचना तो शुरू ही कर दी, बीजेपी में भी इसका खुलकर विरोध हुआ था। महाराष्ट्र से लेकर यूपी तक में बीजेपी के नेताओं ने योगी आदित्यनाथ के नारे से खुद को अलग करते हुए नारे को पार्टी लाइन से अलग बता दिया था। विपक्ष ने धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाया। यूपी का उपचुनाव योगी आदित्यनाथ के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा था क्योंकि बीते लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने पीडीए फार्मूला देकर बीजेपी को भारी शिकस्त दी थी। लेकिन इस बार उपचुनाव में फ्री हैंड छोड़े गए योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी को लैंडस्लाइड विक्ट्री उपचुनाव में देकर पार्टी के अंदरूनी विरोध का दमन कर दिया है।

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