सार
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नूरी बाबा, जो पेशे से कबाड़ी का काम करता था, अब नकली नोटों के रैकेट का मुख्य आरोपी बनकर सामने आया है। पुलिस ने उसे एक मदरसे से भारी मात्रा में नकली नोटों और प्रिंटिंग उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया है।
नूरी बाबा उर्फ मुबारक अली का प्रोफाइल
- असली नाम: मुबारक अली
- गांव: लक्ष्मनपुर गंगापुर, थाना मल्हीपुर
- पेशा: कबाड़ी और मदरसा प्रबंधन
रमजान में चंदा वसूली और पाकिस्तान कनेक्शन?
नूरी बाबा रमजान के महीने में मुंबई, पश्चिम बंगाल और नेपाल जाकर चंदा वसूली करता था। पुलिस को उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर पाकिस्तान कनेक्शन के कुछ लिंक मिलें हैं। एक फोटो में वह हरे पाकिस्तानी झंडे के साथ नजर आया। इससे उसके ISI कनेक्शन की आशंका जताई जा रही है।
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पुलिस जांच में सामने आई चौंकाने वाली बातें
मदरसे की आड़ में नकली नोट छापने का काम
नूरी बाबा ने गांव में एक मदरसा खोल रखा था, जो असल में नकली नोट छापने का अड्डा था। पुलिस ने वहां से प्रिंटर और अन्य उपकरण जब्त किए हैं।
यूट्यूब से सीखी नकली नोट छापने की तकनीक
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने YouTube पर वीडियो देखकर नकली नोट बनाने की तकनीक सीखी। इसके बाद स्कैनर और प्रिंटर का इस्तेमाल कर असली नोटों की नकल करते थे।
बरामदगी
- नकली नोट: ₹34,000
- असली नोट: ₹14,500
- प्रिंटर और अन्य उपकरण
नूरी बाबा की 5 बीवियों का मामला भी चर्चा में
जानकारी के अनुसार नूरी बाबा की 5 पत्नी हैं, जिसमें एक बीवी घर पर रहती है, दूसरी मदरसे में पढ़ाती है, और अन्य तीन बीवियों की जानकारी अज्ञात है। ग्रामीणों ने ऑफ-कैमरा बताया कि नूरी बाबा मृदुभाषी था, जिससे उसकी असली सच्चाई किसी को पता नहीं चली। वहीं यह जानकारी भी सामने आयी है की नूरी बाबा पर बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा में पहले से चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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