सार
अयोध्या, 4 दिसम्बर। वाटर मेट्रो बोट के बाद अयोध्या में अब हॉट एयर बैलून की शुरुआत हुई है। सीएम योगी की मंशा पर अयोध्या में शुरू की गई यह सेवा पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट बन गयी है। इस बैलून में बैठने के बाद सैलानी 250 फीट की ऊंचाई से अयोध्या का भव्य नजारा देख सकेंगे। नया घाट हैलीपैड पर बुधवार को इसका शुभारंभ हुआ है। अयोध्या में भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं की अयोध्या को इस लिहाज से सजाया जाए कि जिससे यहां एक बार पहुंचने वाला श्रद्धालु बार-बार आने का प्रयास करे। इस दिशा में चल रहे कार्यों के तहत अब यहां एयर हॉट बैलून की शुरुआत की गई है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण और पुष्पक एडवेंचर की मदद से शुरू हुए इस कार्य से निश्चित ही पर्यटन की दिशा में अयोध्या को बड़ा मुकाम हासिल होगा।
युवा पर्यटक होंगे आकर्षित
अयोध्या में एडवेन्चर स्पोर्टस के माध्यम से पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने व युवा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हॉट एयर बैलून का शुभारंभ सदर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मण्डलायुक्त गौरव दयाल व अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार पाण्डेय ने किया। यह अनूठी पहल अयोध्या को एक रोमांचक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने एवं पर्यटकों को सरयू नदी के मनोरम दृश्यों के साथ अयोध्या की ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक सुंदरता का अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा।
10 मिनट की राइड, 999 रुपये है किराया
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि हॉट एयर बैलून एक एडवेंचर है। इसमें 10 मिनट की राइड होगी। ऊपर से रामलला का मंदिर, कनक भवन व सरयू का अद्भुत नजारा देखने के लिए 999 रुपये प्रति व्यक्ति खर्च करने पड़ेंगे। इसमें एक साथ चार लोग ही बैठ सकेंगे, जिसमें एक पायलट भी होगा।
आने वाले दिनों में कई प्रोजेक्ट धरातल पर उतरेंगे: मंडलायुक्त
मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप अयोध्या को पर्यटन की दृष्टि से मजबूत करने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के तहत अयोध्या में विभिन्न पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत हॉट एयर बैलून शुरू कराया गया है। यह हवा के रुख के हिसाब से चलता है। आने वाले दिनों में ऐसे कई प्रोजेक्ट अयोध्या में धरातल पर दिखाई पड़ने लगेंगे।