सार
प्रयागराज, 18 अक्टूबर। प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा महाकुंभ 2025 सनातन भारतीय संस्कृति को दुनिया भर के सामने प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण अवसर है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए यह प्रदेश की ग्लोबल ब्रांडिंग का भी मंच बनने जा रहा है। योगी सरकार की मंशा के अनुरूप ही इसके लिए प्रयागराज शहर और जनपद की सीमाओं को भी पूरी भव्यता के साथ सजाया - संवारा जा रहा है। जिले की सीमाओं में चार भव्य विशाल प्रवेश द्वार का निर्माण भी इसी कड़ी का हिस्सा है।
जनपद की सीमाओं पर श्रद्धालुओं के भव्य स्वागत की तैयारी
प्रयागराज महाकुंभ में "अतिथि देवो भव" के मूल मंत्र को लेकर आगे बढ़ रही प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ पहुंचने वाले आगंतुकों का जिले की सीमाओं पर ही भव्य स्वागत की तैयारियों में जुटी है। उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम सभी दिशाओं से श्रद्धालु और पर्यटक जैसे ही इस जिले की सीमा में प्रवेश करेंगे चार भव्य विशाल प्रवेश द्वार उनका स्वागत करेंगे। इसकी कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस है। सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित कुमार राना बताते हैं कि महाकुंभ आ रहे आगंतुकों को जिले की सीमा में दाखिल होते ही उन्हें कुंभ नगरी प्रयागराज की धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभूति होगी। अलग अलग दिशाओं में चार भव्य प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं। इनमें तीन प्रवेश द्वारों का 2019 के कुंभ में निर्माण किया गया था जिसका कायाकल्प और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। चौथे प्रवेश द्वार शिवा द्वार के निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अनुमति मिल गई है। इसका निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है।
18.93 करोड़ के बजट से हो रहा है निर्माण और कायाकल्प
प्रयागराज महाकुंभ में सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक होगी। प्रशासन के अनुमान के मुताबिक लगभग 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु सड़क मार्ग से कुंभ नगरी आयेंगे। प्रयागराज जनपद की सीमा में दाखिल होते ही गंगा, यमुना, सरस्वती और शिवा द्वार श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे। प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक 18.93 करोड़ के बजट से इनका निर्माण और कायाकल्प किया जा रहा है। इसमें चौथे प्रवेश द्वार शिव द्वार का निर्माण नेशनल हाईवे 319 में प्रयागराज को जौनपुर और गोरखपुर से जोड़ने वाले सड़क मार्ग पर किया जा रहा है। 4.95 करोड़ के बजट से शिवा प्रवेश द्वार का निर्माण हो रहा है। इसमें प्रवेश द्वार के मध्य में शीर्ष पर ध्यान योग की मुद्रा में भगवान शिव की मूर्ति भी स्थापित होगी। इसके अतिरिक्त 2019 के कुंभ में योगी सरकार द्वारा निर्माण कराए गए गंगा, यमुना और सरस्वती प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण और कायाकल्प का कार्य भी चल रहा हैं । इसमें क्लैडिंग और म्यूरल्स निर्माण का कार्य 25 फीसदी तक पूरा हो चुका है।