सार

CM योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 300 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित और संतुष्टिप्रद समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूमि कब्जाने की शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया।

गोरखपुर, 15 सितंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने समस्या लेकर आए लोगों को आश्वस्त किया हर व्यक्ति की समस्या का समाधान कराना संवेदनशील सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हर समस्या का निराकरण कराया जाएगा। हर शिकायत पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। जनता दर्शन में लोगों की समस्या सुनने के साथ ही सीएम योगी पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते रहे कि हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण कराएं। इसमें किसी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए।

रविवार सुबह जनता दर्शन का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने किया गया। जनता दर्शन में आए लोगों को हमेशा की तरह कुर्सियों पर बैठाया गया था। इन लोगों तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पहुंचे। एक-एक कर और ध्यान से सबकी समस्याएं सुनीं। उन्हें आश्वस्त किया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। किसी को भी घबराने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने लोगों के प्रार्थना पत्रों को उन्होंने अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जाने की शिकायत पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि किसी की भी जमीन पर कब्जा नहीं होना चाहिए। यदि कोई दबंग या भू माफिया ऐसी हिमाकत कर रहा हो तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। सीएम योगी ने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति ही मानक होनी चाहिए।

जनता दर्शन में हर बार की तरह कुछ लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी।