दुबई में बसे उत्तर प्रदेश के प्रवासियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के मिशन “विकसित उत्तर प्रदेश” को समर्थन देते हुए डिजिटल संकल्प लिया। शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, संस्कृति और फिल्म क्षेत्र से जुड़े सुझाव साझा कर प्रदेश के विकास में भागीदारी निभाई।

विदेश में रहकर भी अपने प्रदेश के विकास के प्रति समर्पित, दुबई में बसे उत्तर प्रदेश के प्रवासियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन “विकसित उत्तर प्रदेश” को आगे बढ़ाने का डिजिटल संकल्प लिया। इंडिया क्लब के सभागार में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदेश सरकार को अपने अनुभव और सुझाव साझा किए।

कार्यक्रम में शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, संस्कृति और फिल्म उद्योग से जुड़े अनेक विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। यूपीडीएफ और यूपी कनेक्ट दुबई द्वारा आयोजित इस पहल ने विदेश में बसे उत्तर प्रदेशवासियों को प्रदेश के विकास में भागीदारी निभाने का एक अनूठा मंच प्रदान किया।

डिजिटल माध्यम से प्रवासियों की भागीदारी

दुबई में कार्यरत प्रवासी भारतीयों ने न केवल अपने विचार साझा किए, बल्कि प्रदेश के भविष्य की दिशा तय करने के लिए ठोस सुझाव भी दिए। दुबई स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सीईओ डॉ. निलय राजन ने काव्य पाठ के माध्यम से अपने विचार रखे। वहीं उद्योगपति अमित वर्धन, अनीता सचान, आशुतोष श्रीवास्तव, इमरान, उपेन्द्र चतुर्वेदी, मनोज चतुर्वेदी, संस्कृति, देवा सोलंकी, मनोरमा चतुर्वेदी, राजेश कोषाध्यक्ष और अमित चतुर्वेदी जैसे प्रवासी भारतीयों ने अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए।

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योगी सरकार और पीएम मोदी के प्रयासों की सराहना

कार्यक्रम में उपस्थित प्रवासी भारतीयों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्री रवीन्द्र जायसवाल के विकासोन्मुख प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम से प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी देना गर्व की बात है और यह एक नई दिशा में बढ़ते उत्तर प्रदेश की तस्वीर प्रस्तुत करता है।

प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान पर चर्चा

कार्यक्रम के दौरान प्रवासी भारतीयों ने उत्तर प्रदेश की पहचान को और सशक्त बनाने के लिए कई सुझाव दिए। कार्यक्रम के महासचिव डॉ. साहित्य चतुर्वेदी ने बताया कि मथुरा के पेड़े, हाथरस के मसाले, कन्नौज के इत्र, कानपुर के उद्योग, बनारस की साड़ियां, आगरा की दालमौठ जैसे पारंपरिक उद्योगों को विश्व स्तर पर प्रमोट करने के लिए सुझाव प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से प्रवासियों की सोच और प्रदेश सरकार के विजन को जोड़ने का मार्ग खुलता है।

यूपी डायस्पोरा की पहल को मिली सराहना

इस डिजिटल पहल का निर्देशन यूपीडीएफ के चेयरमैन और अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने किया। संस्था के अध्यक्ष डॉ. राजेश अग्रवाल ने सुझाव आमंत्रण का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश और उसके प्रवासियों के बीच विकास संवाद की नई शुरुआत है। सभा की अध्यक्षता डॉ. कुशनाथ चतुर्वेदी ने की, जिन्हें इस अवसर पर उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सिंधी समाज के अध्यक्ष चंद्र शेखर भाटिया ने किया।

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