सार
लमही, वाराणसी | उत्तर प्रदेश के देवा महिला महाविद्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण परीक्षा के दौरान एक व्यक्ति द्वारा फर्जी दस्तावेज़ प्रस्तुत किए जाने का मामला सामने आया है। परीक्षा के दौरान NTA एजेंसी द्वारा जब संदिग्ध उम्मीदवार की आईडी का सत्यापन किया गया, तो परीक्षा में शामिल हुए युवक का प्रवेश पत्र और आईडी मेल नहीं खा रहे थे। यह मामला अब पुलिस की पकड़ में है और जांच जारी है।
कैसे पकड़ा गया मुन्ना भाई
यह घटना उत्तर प्रदेश के लमही स्थित देवा महिला महाविद्यालय में उस समय सामने आई, जब NTA (National Testing Agency) द्वारा हाई कोर्ट ऑफ ज्यूडिकेचर, इलाहाबाद के लिए आयोजित Uttar Pradesh Civil Court Staff Centralized Recruitment 2024-2025 Group D परीक्षा के दौरान सत्यापन किया जा रहा था। एक उम्मीदवार के दस्तावेज़ में भारी गड़बड़ी पाई गई, जिससे मामले का खुलासा हुआ।
जब संदिग्ध उम्मीदवार का पैन कार्ड और प्रवेश पत्र मिलाया गया, तो दोनों पर अलग-अलग फोटो पाए गए। इसके अलावा, उम्मीदवार ने जब आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा गया, तो उसने स्पष्ट रूप से इंकार करते हुए कहा कि उसके पास आधार कार्ड नहीं है। इसके बाद परीक्षा एजेंसी ने उम्मीदवार से कड़ाई से पूछताछ की।
यह भी पढ़ें : संगम तट पर मौजूद है एक ऐसा मंदिर, जिसे मुग़ल सेना भी नहीं कर पाई नष्ट
फर्जी आईडी का खुलासा
सत्यापन के दौरान यह सामने आया कि संदिग्ध युवक ने अपना नाम शुभम कुमार बताया, जो बिहार के नेवादा जिले के ग्राम ढाई बीघा का निवासी है। उसने स्वीकार किया कि ओम पाण्डेय नामक व्यक्ति ने उसे दस हजार रुपये देकर अपने स्थान पर परीक्षा देने के लिए तैयार किया था। इसके बाद, शुभम कुमार और ओम पाण्डेय ने मिलकर पैन कार्ड में छेड़छाड़ कर उसमें ओम पाण्डेय का नाम डाल दिया था।
शुभम ने यह भी बताया कि परीक्षा देने के बाद वह और ओम पाण्डेय और पैसे देने की बात कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस की जांच जारी
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज़ प्रस्तुत करने के आरोप में आरोपी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है और इस मामले की गहन जांच की जा रही है।
यह भी पढ़ें : UP Gold-Silver Prices Today : सोना-चांदी के दाम हुए धड़ाम! जानिए अपने शहर का दाम