Property Dispute Murder: संपत्ति विवाद और ब्लैकमेल ने बदल दी पति की जिंदगी! यूपी में पत्नी और सास ने क्यों रची हत्या की साजिश, नींद की गोली और फंदा कैसे बना मौत का जाल? पढ़ें रहस्यमय हत्याकांड के पीछे की पूरी कहानी।
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को चौंका दिया। यहां एक महिला और उसकी मां ने संपत्ति विवाद और पति की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर पति सोनू (35) की हत्या कर दी। मामला तब उजागर हुआ जब रविवार सुबह जिवाना गुलियां गांव में सोनू का शव मिला और उसके भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में पता चला कि सोनू की अपनी सास के साथ लंबे समय से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। पत्नी सोनिया और उसकी मां सरोज ने पुलिस को बताया कि सोनू ने चुपके से उसकी मां का नहाते समय वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और धमकी दी कि अगर प्लॉट उसके नाम नहीं किया गया तो वह इसे सार्वजनिक कर देगा।
पति की हत्या की वजह क्या थी?
सोनू का अपनी सास के साथ लंबे समय से संपत्ति विवाद चल रहा था। आरोप है कि सोनू ने अपनी पत्नी और सास पर दबाव डाला कि प्लॉट उसके नाम किया जाए। धमकियों और ब्लैकमेल से तंग आकर, पत्नी और सास ने हत्या की योजना बनाई। शनिवार शाम को उन्होंने कथित तौर पर दूध में नींद की गोलियां मिलाकर सोनू को पिला दिया। जब वह गहरी नींद में सो गया, तो रस्सी से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद उन्होंने शव को फंदे से लटका कर और मोबाइल तोड़कर हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
किस संपत्ति का था विवाद?
पीड़िता की मां ने एक साल पहले 3 लाख रुपये में प्लॉट खरीदा था, जिसकी कीमत अब लगभग 30 लाख रुपये हो चुकी थी। इसी संपत्ति पर दबाव और धमकियों ने हत्या की स्थिति पैदा की। मामले में बिनौली थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
क्या पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की?
सोनू का शव रविवार सुबह जिवाना गुलियां गांव में मिला। उसके भाई की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। मंगलवार को आरोपी पत्नी सोनिया और मां सरोज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। महिलाओं ने मोबाइल तोड़ने और शव को भूसे से भरे कमरे में छिपाने तक का प्रयास किया ताकि हत्या का पता न चले। यह साफ करता है कि हत्या पूरी तरह से योजना बनाकर की गई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। अब न्यायिक हिरासत में रहते हुए उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।
