UPITS 2025: 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का पवेलियन एआई मॉडल का लाइव डेमॉन्सट्रेशन करेगा। स्टार्टअप्स, तकनीकी नवाचार और योगी सरकार की प्रगति प्रदर्शित होगी।
उत्तर प्रदेश को तकनीकी नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनाने की दिशा में योगी सरकार लगातार कदम बढ़ा रही है। इसी कड़ी में 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हो रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) में प्रदेश की तकनीकी शक्ति और नवाचार की झलक दुनियाभर के आगंतुकों के सामने पेश की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन और कुशल मार्गदर्शन में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का पवेलियन एआई मॉडल का लाइव डेमॉन्सट्रेशन करेगा, जो तकनीकी प्रगति और स्टार्टअप्स की क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा।
200 वर्ग मीटर में बनेगा भव्य तकनीकी पवेलियन
आयोजन स्थल के हॉल-5 में 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का थीम आधारित पवेलियन स्थापित किया जाएगा। इसे यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPLC) की देखरेख में बनाया जाएगा। पवेलियन में मुख्य मंच, वीआईपी लाउंज, कैफेटेरिया और कॉमन विजिटिंग एरिया जैसी वैश्विक मानकों के अनुरूप सुविधाएँ मौजूद होंगी।
यह भी पढ़ें: लखनऊ में आज कई घंटे बिजली गुल, देखें किन इलाकों पर पड़ेगा असर
कर्व्ड एलईडी वॉल और स्मार्ट डिस्प्ले से सुसज्जित पवेलियन
पवेलियन में स्मार्ट एलईडी वीडियो वॉल और स्टार्टअप्स के लिए अलग क्षेत्र में कर्व्ड वीडियो वॉल लगाई जाएगी। इसके माध्यम से योगी सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और तकनीकी प्रगति की जानकारी आगंतुकों को दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, पंडाल में 150 वर्ग फीट की एनामॉर्फिक डिस्प्ले स्क्रीन और लाइव फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी सेटअप भी स्थापित होगा।
लाइव सेटअप पर काम करेगा एआई मॉडल
पवेलियन में प्रदर्शित किया जाने वाला एआई मॉडल लाइव सेटअप पर आधारित होगा। यह मॉडल न केवल भविष्य आधारित विशेषताओं से युक्त होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की तकनीकी प्रगति और नवाचार को प्रदर्शित करने का प्रमुख माध्यम बनेगा। पिछले कुछ वर्षों में एआई प्रज्ञा जैसे कार्यक्रम प्रदेश की युवा पीढ़ी और कार्यबल को एआई दक्ष बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
स्टार्टअप्स और तकनीकी नवाचार पर जोर
पवेलियन में स्टार्टअप्स के लिए विशेष क्षेत्र तैयार किया गया है, जिससे आगंतुक प्रदेश में चल रहे नवाचार और उद्यमिता के अवसरों को करीब से जान सकेंगे। इस पहल से न केवल प्रदेश की तकनीकी छवि मजबूत होगी, बल्कि वैश्विक निवेशकों और उद्योगपतियों को भी आकर्षित किया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: लखनऊ में मिलेगा सस्ते दामों पर अपना घर, LDA शुरू करने जा रहा वरुण विहार योजना
