सार
वाराणसी के बीरापट्टी स्टेशन के पास बाघ एक्सप्रेस से पति-पत्नी और उनके दो बच्चे कट गए। इस हादसे में मां और 1 साल के बेटे की मौत हो गई, जबकि पिता और बड़ा बेटा गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। जानें क्या है पूरा मामला।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में रविवार देर शाम एक दर्दनाक हादसे में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे बाघ एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। इस हादसे में मां और 1 साल के बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिता और बड़ा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना बड़ागांव के बीरापट्टी स्टेशन के पास हुई, जहां पर ट्रेन की रफ्तार तेज थी। सबसे मर्माहत करने वाला दृश्य घायल पिता अपने छह साल के बेटे को सीने से चिपकाए तड़पना था।
घायल बेटे को सीने से चिपकाकर तड़पता रहा पिता
दुर्घटना के बाद घटनास्थल का दृश्य बेहद हृदयविदारक था, जहां पिता अपने घायल बेटे को सीने से लगाए कराहते हुए तड़प रहा था। वह कभी बेटे के सिर पर हाथ फेरता तो कभी उसकी पीठ सहलाने की कोशिश करता। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि उन्हें कुछ नहीं होगा, एम्बुलेंस रास्ते में है।
50 मीटर की दूरी पर मिली महिला की लाश
घटना के बाद लोको पायलट ने तुरंत वाराणसी कैंट स्टेशन पर सूचना दी, जिसके बाद जीआरपी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। महिला और एक साल के बच्चे का शव ट्रेन के ट्रैक से लगभग 50 मीटर की दूरी पर पड़ा मिला, जबकि पिता अपने बड़े बेटे को सीने से लगाए हुए घायल अवस्था में पड़ा था।
घायल पिता-पुत्र को BHU में कराए गए भर्ती
घायलों को तत्काल दीनदयाल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें BHU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। मृतकों की पहचान पूजा और उसके एक साल के बेटे के रूप में हुई है, जबकि घायल संदीप उर्फ टीटू और उसका 6 साल का बेटा शुभम हैं। पुलिस के अनुसार पूजा और एक साल के बच्चे की मौत हुई है। जबकि संदीप उर्फ टीटू पुत्र मुन्नू सिंह (30) और शुभम (6) घायल हैं। टीटू चोलापुर थाना क्षेत्र के प्रेम नगर के नहिया गांव के रहने वाला है। उसकी ससुराल पिंडरा के खालिशपुर गांव में है। परिवार और ससुराल से जानकारी ली जा रही है। दोनों को पहले दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से दोनों को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया है।
एक घंटे तक रूकी ट्रेन
बड़ागांव पुलिस ने बताया कि अभी तक इस घटना के मुख्य कारण का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह हादसा था या आत्महत्या का प्रयास। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद बाघ एक्सप्रेस लगभग एक घंटे तक रुकी रही, जिसके बाद घायलों और मृतकों को हटाने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया गया।
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