सार

यूपी में बदमाशों के खिलाफ लगाम लगाने को लेकर यूपी पुलिस एनकाउंटर एक्शन लगातार जारी है। सीएम योगी के कार्यकाल के दौरान अभी तक 178 बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर किया गया है। जबकि 23 हजार से अधिक बदमाशों की गिरफ्तारी की गई है।

लखनऊ: कानून व्यवस्था को लेकर दोबारा यूपी की सत्ता में आई भाजपा सरकार के कार्यकाल में बदमाशों पर एक्शन जारी है। इसी कड़ी में उमेश पाल हत्याकांड के बाद आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान और अरबाज को मार गिराया गया। इन दोनों एनकाउंटर के साथ ही बीते 6 सालों में मुठभेड़ के दौरान मारे गए बदमाशों की संख्या 178 हो गई है।

2023 में अभी तक मारे गए हैं 9 बदमाश

मार्च 2017 में अभी तक पुलिस और बदमाशों के बीच साढ़े दस हजार से भी अधिक बार मुठभेड़ हुई। बदमाशों से लोहा लेते समय 12 पुलिकर्मियों ने अपने प्राणों की भी आहूति दी जबकि बदमाशों की गोली लगने के चलते तकरीबन 1400 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। हालांकि छह सालों में बीते वर्ष पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का आंकड़ा सबसे कम रहा है। आंकड़ों की बात की जाए तो 2018 में सबसे अधिक 41 अपराधी मारे गए थे। वहीं 2017 में 28 , 2019 में 34, 2020 में 26, 2021 में 26 और 2022 में 14 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया गया। वहीं साल 2023 में अभी तक 9 बदमाशों को मारा गया है। बीते छह सालों में मुठभेड़ के बाद 23 हजार से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस लगातार दे रही है दबिश

वहीं इन आंकड़ों की जानकारी देने के साथ ही एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और एसटीएफ की कई बेस्ट टीमें लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि हमारा पहला प्रयास आरोपियों को गिरफ्तार करने का होता है लेकिन अगर कोई हमला कर दे तो सेल्फ डिफेंस में जवाब दिया जाता है। आपको बता दें कि यूपी के प्रयागराज में बीते दिनों हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। उसी के बाद पुलिस ने एक्शन में आकर अभी तक दो आरोपियों का एनकाउंटर किया है। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर दबिश दी जा रही है। इस बीच पीडीए का एक्शन भी प्रयागराज में देखने को मिल रहा है।

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