योगी सरकार संभल में सुरक्षा, विरासत संरक्षण, शिक्षा, पर्यटन और इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम कर रही है। संभल को सांस्कृतिक व आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में कई अभिनव पहलें चल रही हैं।
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में संभल की छवि तेजी से बदल रही है। पहले उपेक्षा और तनाव झेलने वाला संभल अब सुरक्षा, शिक्षा, उद्योग और बुनियादी ढांचे में निरंतर प्रगति कर रहा है। पुलिस आमजन से संवाद स्थापित कर शांति सुनिश्चित कर रही है, जबकि पर्यटन और संस्कृति के विकास से संभल अपने गौरवशाली अतीत और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रहा है। सरकार ने संभल के विकास के लिए पांच प्रमुख आयाम तय किए हैं। अब यहां पलायन लगभग समाप्त हो चुका है क्योंकि कानून का राज प्रभावी रूप से स्थापित है।
हेरिटेज कंज़र्वेशन: संभल की प्राचीन आस्था स्थलों को मिल रही नई पहचान
योगी सरकार संभल की धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत को पुनर्जीवित कर रही है। कब्जों और उपेक्षा के कारण उपेक्षित ब्रह्मकूप को फिर से जीवित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में विकास परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया।
पहले चरण में प्राचीन तीर्थों और कूपों के पुनरुद्धार का कार्य जारी है। दूसरे चरण में म्यूजियम, लाइट एंड साउंड शो जैसे पर्यटन विकास कार्य होंगे। 12 प्रमुख तीर्थ स्थलों (जैसे कुरुक्षेत्र, नैमिषारण्य, मनोकामना तीर्थ) के विकास के लिए भूमि क्रय प्रक्रिया चल रही है। 12.94 करोड़ रुपये अवमुक्त किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट: कानून व व्यवस्था मजबूत, पलायन हुआ बंद
योगी सरकार संभल में जनसुविधाओं और ढांचागत विकास को तेजी से बढ़ा रही है। संभल में एकीकृत कलेक्ट्रेट भवन स्थापित किया जाएगा। पुलिस, न्याय और प्रशासन से जुड़े विभागों की बैठक में सीएम ने जिला न्यायालय, जिला कारागार और 24वीं वाहिनी पीएसी की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण तेज करने के निर्देश दिए थे।
सार्वजनिक सुविधाओं का विस्तार, टू लेन व फोर लेन सड़क निर्माण, जल निकास, शहरी विकास, तालाब-पोखरा पुनर्जीवन और दीनदयाल नगर विकास योजना के तहत कई कार्य तेजी से चल रहे हैं।
अतिरिक्त ऊर्जा विभाग 11.328 हेक्टेयर भूमि पर CBG प्लांट भी स्थापित करने जा रहा है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
एजुकेशनल ग्रोथ: पीएमश्री स्कूल बदल रहे सरकारी शिक्षा की तस्वीर
संभल और बहजोई में 16 पीएमश्री विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में सुविधाएं निजी स्कूलों की बराबरी कर रही हैं। यहां के विद्यार्थी पूर्ण गणवेश में आते हैं और हिंदी व अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कर सकते हैं। पीएमश्री स्कूलों में शिक्षा पार्क, आधुनिक साइंस लैब, भोजनालय, औषधीय वाटिका और हरिश्चंद्र सभागार जैसी सुविधाएं आकर्षण का केंद्र हैं। दिव्यांग छात्रों के लिए की गई विशेष व्यवस्थाओं पर सीएम योगी ने डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया को सम्मानित किया।
टूरिज़्म प्रमोशन: सांस्कृतिक पर्यटन को नई दिशा
योगी सरकार संभल को सांस्कृतिक पर्यटन के बड़े केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। अयोध्या की तर्ज पर यहां 24 कोसी परिक्रमा मार्ग बनाया जा रहा है, जिसके माध्यम से श्रद्धालु 68 तीर्थ स्थलों का दर्शन कर सकेंगे। इस मार्ग से जुड़े अवरोध और अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं।
सिसोना डांडा मेला, जहां प्रतिवर्ष पांच लाख से अधिक लोग स्नान करने आते हैं, को प्रांतीय मेला घोषित करने की प्रक्रिया चल रही है। महिष्मती नदी के पुनर्जीवन पर भी कार्य जारी है। दतावली गांव में पर्यटन सुविधाओं के लिए 5.565 हेक्टेयर भूमि चिह्नित है, जिस पर 16.15 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इसके अलावा, संभल कल्कि तीर्थ विकास परिषद के गठन पर भी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।
कम्युनिटी इन्वॉल्वमेंट: विकास यात्रा में संभलवासियों की सीधी भागीदारी
सरकार संभलवासियों को विकास प्रक्रिया से जोड़ रही है। पहले असुरक्षा के कारण पलायन कर चुके परिवार अब लौट रहे हैं। प्रशासन ने दस्तावेज दिखाने पर 15 से अधिक परिवारों की संपत्ति को पुनर्स्थापित कराया, और ये परिवार वापस भी आ चुके हैं। संवेदनशील इलाकों जैसे पुरानी बस्ती स्थित जामा मस्जिद में अवैध कब्जे हटाकर 39 पुलिस चौकियां बनाई गईं और 1300 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए। इससे धर्मस्थल क्षेत्र में शांति और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हुई हैं।
आर्थिक विकास: निर्यात में संभल की बड़ी उपलब्धि
संभल आर्थिक रूप से भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2024-25 में संभल से 2405 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ। निर्यात में संभल अब प्रदेश में दसवें स्थान पर पहुंच गया है। योगी सरकार जाति-धर्म से ऊपर उठकर "सबका साथ, सबका विकास" की नीति पर काम कर रही है।
संभल में अभिनव पहलें: नवाचार से बेहतर प्रशासन
1) भरोसे की पर्ची पहल
एसपी केके विश्नोई द्वारा शुरू की गई इस सुविधा के तहत प्रत्येक शिकायत पर फरियादी को डिजिटल नंबर दिया जाता है। इससे शिकायत का पूरा ट्रैक रिकॉर्ड रहता है और तय समय सीमा में समाधान सुनिश्चित होता है। लापरवाही पर अधिकारियों से जवाब-तलब भी किया जाता है।
2) एक पुस्तक-एक पुष्प अभियान
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया द्वारा शुरू किए इस अभियान के तहत सरकारी आयोजनों में आगंतुकों को एक पुस्तक और एक पुष्प दिया जाता है। इसका उद्देश्य शिक्षा, पुस्तकों और पर्यावरण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना है। अब तक 16,623 पुस्तकें वितरित हो चुकी हैं।
3) संभल संवाद ऐप
स्थानीय निवासियों के लिए विकसित यह ऐप एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है, जहां सभी आवश्यक नागरिक सेवाएं उपलब्ध हैं। यह आमजन और प्रशासन के बीच संवाद को मजबूत करने वाली बड़ी पहल है।


