Sugarcane Revolution in UP: योगी सरकार के ऐतिहासिक फैसले से गन्ना किसानों में उत्साह है। सीएम योगी ने कहा अब किसानों की मेहनत का मुनाफा सीधे खाते में जा रहा है। यूपी अब गन्ना, चीनी और एथेनॉल उत्पादन में देश में नंबर एक बन चुका है।

लखनऊ: पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ना मूल्य बढ़ोतरी के फैसले से खुश प्रदेश के किसान गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिवादन किया, जिसके बाद सीएम ने उनसे संवाद किया। योगी ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद पहली बार खेती और किसानों के हित सरकार के एजेंडे में आए। पहले किसी को मिट्टी की सेहत की सुध नहीं थी, लेकिन मोदी जी ने सॉइल हेल्थ कार्ड की योजना से यह बदल दिया। साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि ने किसानों को साहूकारों के कर्ज से राहत दी।

अब किसानों के खाते में सीधे पहुंच रहा है पैसा

सीएम योगी ने कहा कि 2017 में सरकार बनने के पहले दिन ही 86 लाख किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा किया गया। पिछले साढ़े आठ वर्षों में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि सिंचित की गई है। पहले किसान मेहनत करते थे, लेकिन मुनाफा बिचौलियों को मिलता था। अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। सरकार सीधे किसानों के बैंक खातों में भुगतान कर रही है, जिससे पारदर्शिता और ईमानदारी बढ़ी है।

पिछली सरकारों में बंद हो रही थीं चीनी मिलें

सीएम ने कहा कि अन्नदाता का अपमान करने वाला राज्य कभी तरक्की नहीं कर सकता। पूर्व सरकारों ने किसानों की उपेक्षा की, जिससे यूपी बीमारू राज्य बन गया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में चीनी मिलें बंद या बिक रही थीं। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। पिछले 8 वर्षों में 4 नई चीनी मिलें स्थापित, 6 बंद मिलें फिर शुरू और 42 मिलों में क्षमता विस्तार हुआ है। 2 मिलों में CBG संयंत्र लगाए गए हैं और 122 चीनी मिलें चल रही हैं, जिनमें से अधिकांश एक सप्ताह के भीतर गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं। अब सरकार शुगर कॉम्प्लेक्स बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ रही है।

गन्ना उद्योग में बढ़ रहा निवेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब गन्ना उद्योग में बड़े पैमाने पर नया निवेश आ रहा है। गन्ना अब केवल सीजनल फसल नहीं रहा, बल्कि सालभर रोजगार देने वाला सेक्टर बन चुका है। सीएम ने बताया कि सीबीजी, डिस्टिलरी और कोजन प्लांट जैसे उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'सम्मान सरकार का नहीं, बल्कि अन्नदाता किसान का होना चाहिए, जिसने यूपी को देश में गन्ना, चीनी और एथेनॉल उत्पादन में नंबर एक बनाया है।'

अब तक का सबसे बड़ा गन्ना मूल्य भुगतान

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2007 से 2017 तक सिर्फ ₹1,47,346 करोड़ का गन्ना भुगतान हुआ था। जबकि 2017 से अब तक ₹2,90,225 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है। इस प्रकार पिछली सरकारों की तुलना में ₹1,42,879 करोड़ रुपये अधिक भुगतान हुआ है। सीएम ने कहा कि गन्ना सेक्टर से लगभग ढाई करोड़ लोग जुड़े हैं और सरकार सबके हित में काम कर रही है।

10 लाख परिवारों को चीनी मिलों से रोजगार

योगी ने बताया कि ‘स्मार्ट गन्ना किसान प्रणाली’ से पर्ची व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन हो चुकी है। अब किसानों को सिफारिश या बिचौलियों की जरूरत नहीं है। चीनी मिलों के माध्यम से करीब 10 लाख परिवारों को आजीविका मिली है। सरकार ने खांडसारी उद्योग को भी बढ़ावा दिया है। सीएम ने कहा कि जहां जरूरत होगी, वहां CBG प्लांट, एथेनॉल और चीनी मिलें लगाई जाएंगी।

गन्ना माफिया और घटतौली अब बीते जमाने की बात: मंत्री लक्ष्मी नारायण

गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि आठ साल पहले गन्ना किसानों के बीच गन्ना माफिया और घटतौली जैसे शब्द आम थे। लेकिन योगी सरकार के आने के बाद ये शब्द किसानों के जीवन से गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आज यूपी का नेतृत्व एक प्रगतिशील किसान कर रहा है, जिसने गन्ना मूल्य में रिकॉर्ड ₹80 तक की वृद्धि की। मंत्री ने बताया कि पहले किसानों का भुगतान वर्षों तक अटका रहता था, लेकिन अब एक सप्ताह के भीतर हो रहा है। किसानों को अब बेहतर बीज, खाद और सिंचाई सुविधा मिल रही है। यही कारण है कि गन्ना क्षेत्रफल 20 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है। सरकार लगातार तकनीकी नवाचारों के माध्यम से किसानों को आधुनिक साधन उपलब्ध करा रही है। इन प्रयासों से आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के किसान और मजबूत होंगे तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।

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