सार

चीन के साथ बढ़ते सीमा विवाद की वजह से पिछले सप्ताह भारत सरकार ने PUBG Mobile समेत 118 ऐप्स पर बैन लगा दिया। अब साउथ कोरियन कंपनी PUBG कॉरपोरेशन ने कहा है कि भारत में चाइनीज कंपनी टेंसेंट (Tencent) के पास PUBG Mobile का फ्रेंचाइजी नहीं रहेगा। 

टेक डेस्क। चीन के साथ बढ़ते सीमा विवाद की वजह से पिछले सप्ताह भारत सरकार ने PUBG Mobile समेत 118 ऐप्स पर बैन लगा दिया। अब साउथ कोरिया के PUBG कॉरपोरेशन ने कहा है कि भारत में चाइनीज कंपनी टेंसेंट (Tencent) के पास PUBG Mobile का फ्रेंचाइजी नहीं रहेगा। इसके बाद यह संभवाना जताई जा रही है कि भारत में PUBG Mobile से बैन हटाया जा सकता है। हालांकि, PUBG का कम्पूटर वर्जन बैन नहीं किया गया है, क्योंकि इसमें चीनी कंपनी की हिस्सेदारी नहीं है। 

बेहद पॉपुलर गेम है PUBG
PUBG बेहद पॉपुलर गेम है। इसके प्रोफेशनल प्लेयर्स भी काफी हैं। कहा जा रहा है कि गेम के बैन हो जाने से प्रोफेशनल प्लेयर्स में निराशा छा गई है। वहीं, इस गेम पर बैन को अच्छा भी बताया गया है, क्योंकि इसका बुरा असर किशोरों और युवाओं पर पड़ रहा था। 

PUBG की जगह दूसरे गेम हो रहे पॉपुलर
PUBG पर बैन लग जाने के बाद इससे मिलते-जुलते दूसरे मोबाइल गेम काफी पॉपुलर हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, Garena Free Fire और Call of Duty: Mobile गेम 2 सितंबर से 5 सितंबर के बीच में प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से सबसे ज्यादा डाउनलोड किए गए टॉप 3 गेम्स में शामिल रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह डेटा Sensor Tower की ओर से जारी किया गया है। इस दौरान Garena Free Fire को 21 लाख बार डाउनलोड किया गया, वहीं Call of Duty: Mobile को 11.5 लाख बार डाउनलोड किया गया।

क्या PUBG से हट सकता है बैन?
PUBG कॉरपोरेशन ने कहा है कि चाइनीज कंपनी Tencent को भारत में गेम को पब्लिश करने का अब अधिकार नहीं रह गया है। साउथ कोरिया का PUBG Corporation अब सीधे भारत में यह गेम पब्लिश करने की जिम्मेदारी लेगा। बहरहाल, भारत सरकार ने इस गेम से बैन हटाने को लेकर कोई स्टेटमेंट जारी नहीं किया किया है। भारत सरकार ने डेटा, प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर इस गेम से खतरा बताया था। अब सवाल है कि जब चीनी कंपनी को इससे अलग कर दिया गया है तो क्या गेम पर से बैन हटाया जा सकता है। चाइनीज कंपनी टेंसेंट की भी अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।