वीडियो डेस्क। TikTok भारत में बैन किए जाने के बाद उसके जैसे फीचर्स ऑफर करने वाले इंडियन ऐप्स तेजी से पॉप्युलर हो रहे हैं। ऐसे में से एक मेड इन इंडिया Mitron ऐप तेजी से डाउनलोड किया जा रहा है। इस ऐप ने कुछ दिन पहले ही एक करोड़ डाउनलोड्स का आंकडा पार किया था और केवल पांच दिन बाद ही अब इस ऐप ने 1.7 करोड़ डाउनलोड्स का मार्क भी क्रॉस कर लिया है।
चीन के ऐप्स को बैन करने के भारत सरकार के फैसले से टिकटॉक और हेलो ऐप की पेरेंट कंपनी बाइटडांस को 45 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
29 को भारत में 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिए जाने के बाद सबसे ज्यादा परेशान टिकटॉक और हेलो ऐप के कर्मचारी नजर आए। टिकटॉक और हेलो ऐप की पेरेंट कंपनी बाइटडांस में भारत में 2000 से ज्यादा इम्प्लॉई काम कर रहे हैं।
वॉट्सऐप (WhatsApp) ने अपने मोबाइल ऐप और वेब के लिए शुक्रवार से फीचर्स लाने की घोषणा की है। इनमें एनिमेटेड स्टिकर्स के साथ और भी कई तरह की चीजें शामिल हैं।
रिलायंस जियो, वोडाफोन और एयरटेल ने 199 रुपए वाला प्लान अपने कस्टमर्स के लिए पेश किया है, लेकिन प्लान की वैलिडिटी और फायदे तीनों में अलग-अलग हैं।
भारत में चीन के 59 ऐप्स बैन कर दिए गए हैं। इनमें सबसे पॉपुलर ऐप टिकटॉक और हेलो भी शामिल है, वहीं अब कुछ लोग यह सवाल कर रहे हैं कि PubG Mobile और Zoom ऐप्स क्यों नहीं बैन किए गए।
चीन और भारत के बीच बढ़ते सीमा विवाद और तनाव के बाद आखिरकार भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप पर बैन लगा दिया। इसके पहले भी अप्रैल 2019 में टिकटॉक पर अश्लीलता फैलाने के मामले में मद्रास हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद भारत सरकार ने गूगल से कहा था कि वह अपने प्लेटफॉर्म से टिकटॉक को हटा ले।
तमाम इंटरनेट प्रोवाइडर्स ने 59 चीनी ऐप्स के एक्सेस को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक करना या हटाना शुरू कर दिया है। चीनी ऐप्स पर बैन का भारत में जबरदस्त स्वागत किया जा रहा है। लोगों ने सोशल मीडिया पर सरकार के फैसले की तारीफ की है। हालांकि चीन में बैन को लेकर नाराजगी जताई जा रही है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ता जा रह है। भारत सरकार ने चीन के प्रोडक्ट्स के बहिष्कार का फैसला लिया है। इस फैसले के तहत केंद्र सरकार ने टिकटॉक समेत 59 ऐप्स को बैन करने का आदेश जारी किया है।
भारत-चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भारत सरकार ने चीन के बने सामानों के बहिष्कार का फैसला किया है। इसी के तहत दूरसंचार मंत्रालय ने बीएसएनएल को निर्देश जारी किया था कि वह अपनी 4जी टेक्नोलॉजी में किसी चाइनीज कम्पोनेंट का इस्तेमाल नहीं करे।