सार

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना तख्ता पलट के बाद वह प्लेन से भारत आ गई। अब उस फ्लाइट की ट्रैकिंग का वीडियो वायरल हो रहा है। ऐसे में फ्लाइट की ट्रैकिंग कैसी हुई होगी। इसमें किस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है। आईए जानते हैं। 

टेक डेस्क. बांग्लादेश बीते भारी प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ना पड़ा। वह विमान से भारत पहंची हैं। उस प्लेन का नाम AJAX1431 है। अब इस प्लेन की ट्रैकिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये वीडियो आपने भी देखा होगा। तब आपके भी मन में सवाल आया होगा कि फ्लाइट की ट्रैकिंग कैसी हुई होगी। इसमें किस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है।

 

 

ऐसे होती फ्लाइट ट्रैकिंग

फ्लाइट ट्रैकिंग के लिए विमान ADS-B ट्रांसपोंडर होते हैं। ये प्लेन की ID, GPS स्थित और ऊंचाई जैसी जानकारी को रेडियो सिग्नल के रूप ट्रांसमिट करने का काम किए जाते हैं। फिर रेडियो ट्रांसमिशन विमान के नजदीकी ADS-B रिसीवर को सिग्नल  मिलता है। फिर जो डेटा कलेक्ट होता है, उसे सर्वर के पास भेजा जाता है। फ्लाइट ट्रैकिंग में रडार टेक्नोलॉजी का खास रोल होता होता है।

आम लोग ऐसे कर सकते है ट्रैक

फ्लाइट ट्रैकिंग की प्रोसेस काफी कठिन है, जिसे आम लोग नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कुछ वेबसाइट की मदद से आप विमान ट्रैकिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपको Flightradar24.com नाम की वेबसाइट पर आपको रियल टाइम अपडेट मिल जाएंगे। इसमें आप सिर्फ फ्लाइट के नाम से ही ट्रैक कर सकते हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट, रूट और फ्लाइट के नंबर से भी ट्रैकिंग  कर सकते हैं।

इसके अलावा अमेरिकी कंपनी फ्लाइट अवेयर और प्लेन फाइंडर नाम की कंपनियां भी इस काम में आपकी मदद कर सकती हैं।

आप कंपनियों के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल्स पर जाकर भी फ्लाइट ट्रैक कर सकते हैं। दरअसल, कुछ एयरपोर्ट की वेबसाइट पर भी ये सर्विस मिलती है।

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