सार
भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात के धोलेरा में बनने जा रहा है। वेदांता और फॉक्सकॉन कंपनी का एक जॉइंट वेंचर इस पर मिलकर काम कर रहे हैं। इस प्लांट के बनने से टैलेंटेड इंजीनियर्स से लेकर कई छोटे और बड़े पदों पर नौकरियों के अवसर बनेंगे।
टेक डेस्क : वह दिन दूर नहीं जब भारत सेमीकंडक्टर हब (Semiconductor Hub) बन जाएगा। दुनिया को सेमी कंडक्टर की सप्लाई के लिए भारत और अमेरिका साथ आ गए हैं। दोनों देश मिलकर इस दिशा में काम करेंगे। 10 मार्च, 2023 को India-USA कमर्शियल डायलॉग में इसको लेकर समझौता हुआ। इसकी जानकारी कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से दी गई।
भारत-अमेरिका की इस डील का फायदा
बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर मतलब एक तरह के छोटे चिप को लेकर खींच-तान चल रही है। जहां अमेरिका ने चीन पर बैन लगा रखा है। वहीं, कई अमेरिकी कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमी कंडक्टर पार्ट की सप्लाई चेन में भारतीय कंपनियों के साथ करने की इच्छा रखती हैं। भारत की तरफ से चिप और डिस्प्ले प्रोडक्शन को लेकर 1,000 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की गई है। ऐसे में इस करार का फायदा दोनों देशों को होगा।
ताइवान सबसे बड़ा निर्माता
बता दें कि दुनिया में सेमीकंडक्टर का सबसे बड़ा निर्माता ताइवान है। कुल उत्पादन का 66 प्रतिशत अकेले ताइवान का ही हिस्सा है। इसके बाद साउथ कोरिया (17%) और चीन (8%) है। वहीं, अन्य देशों का सहयोग सिर्फ 9 प्रतिशत ही है। सेमीकंडक्टर को लेकर ताइवान और चीन पर पूरी दुनिया डिपेंड है। भारत-अमेरिका के साथ आने से इन दोनों देशों पर निर्भरता कम होगी।
सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है, यह कैसे काम करता है
सेमीकंडक्टर चिप्स सिलिकॉन से बनता है। सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने का काम करते हैं। ये चिप दिमाग की तरह गैजेट्स को ऑपरेट करने में हेल्प करते हैं। अगर किसी इलेक्ट्रॉनिक आइटम में सेमीकंडक्टर न हो तो वह अधूरा होता है। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर स्मार्टफोन तक म सेमीकंडक्टर चिप के बिना काम नहीं करेंगे। ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करते हैं। मान लीजिए स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह साफ होने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। कार में जब सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तब सेमीकंडक्टर की मदद से ही कार आपको अलर्ट करती है।
भारत में कहां बनेगा सेमीकंडक्टर प्लांट
भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात (Gujarat) के धोलेरा में बनेगा। भारत की कंपनी वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन का एक जॉइंट वेंचर इसे मिलकर बना रहे हैं। इस प्लांट के बनने से टैलेंटेड इंजीनियर्स से लेकर कई छोटे और बड़े पदों पर नौकरियों का अवसर बनेगा। इससे रोजगार बढ़ेगा।
ये आइटम्स हो जाएंगे सस्ते
भारत के सेमीकंडक्टर हब बनने से इलेक्ट्रिक आइटम्स से लेकर ऑटोमोबाइल तक सस्ते हो जाएंगे। हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स से लेकर टीवी, मोबाइल, लैपटॉप, कार, स्मार्टफोन, टेलीकॉम, इलेक्ट्रिक डिवाइस, कैमरा, माइक, एसी, स्पीकर और रेलवे काफी सस्ते हो जाएंगे।
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