सार
केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि 'हम ऐसे किसी भी गेम्स की देश में इजाजत नहीं देगी, जो यूजर्स को नुकसान पहुंचा सके। पहली बार ऑनलाइन गेमिंग को लेकर रूपरेखा बनाई गई है, जिसमें तीन तरह के गेम्स को परमिशन नहीं देंगे।'
टेक डेस्क : ऑनलाइन गेम खेलने वालों को सबसे बड़ा झटका लगने जा रहा है। केंद्र सरकार तीन तरह के मोबाइल वीडियो या ऑनलाइन गेम्स को बैन करने का सबसे बड़ा ऐलान कर दिया है। ये गेम्स यूजर्स को नुकसान पहुंचाने का काम कर रेह हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 'सरकार ऐसे किसी भी गेम्स की देश में इजाजत नहीं देगी, जो यूजर्स को नुकसान पहुंचा सके। पहली बार ऑनलाइन गेमिंग (online games) को लेकर रूपरेखा बनाई गई है, जिसमें देश में तीन तरह के गेम्स को परमिशन नहीं दी जाएगी।'
भारत में बैन होंगे 3 तरह के ऑनलाइन गेम
खबर के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह के ऑनलाइन गेम्स पर सरकार बैन लगा सकती है, उनमें सट्टेबाजी वाले बेटिंग गेम्स (Betting Games) शामिल हैं, जो यूजर्स के लिए खतरनाक और हानिकारक दोनों हो सकते हैं। इसकी लत लगने से कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे गेम्स को बनै कर दिया जाएगा। हालांकि, सरकार की तरफ से इन गेम्स की कोई लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है। बता दें कि देश-विदेश में कई ऐसे केस आए हैं, जिनमें ऑनलाइन गेम्स का बच्चों या युवाओं पर बुरा असर पड़ा है और इससे नुकसान भी हो रहा है।
भारत में ऑनलाइन गेम्स का बाजार कितना बड़ा है
भारत में ऑनलाइन गेमिंग मार्केट की बात करें तो एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी साइज काफी बड़ी है। पिछले साल 2022 में यह 135 अरब रुपए का था, जो करीब 10 साल पहले यानी 2012 में सिर्फ 15.3 अरब रुपए का ही था। एक अनुमान यह भी है कि 2025 तक इस मार्केट का साइज 231 अरब रुपए पार चला जाएगा।
इन ऐप्स पर पहले ही लग चुका है बैन
बता दें कि फर्जी ऐप्स पर भारत सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक लंबे समय से जारी है। इससे पहले PUBG Mobile ऐप को सिक्योरिटी कारण से सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था। डेटा सिक्योरिटी की समस्याओं के चलते TikTok पर भी रोक लगा दी गई थी।
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