सार
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्टफोन यूजर CEIR वेबसाइट या KYM यानी नो योर मोबाइल ऐप से अपना खोया फोन ब्लॉक कर सकते हैं।
टेक डेस्क : अब चोरी या गायब हुए फोन को खोज पाना आसान हो गया है। सरकार का नया पोर्टल Sanchar Sathi लॉन्च हो गया है। इधर आपका फोन गुम हो और उधर वेबसाइट पर जाकर इसकी शिकायत कर सकते हैं। इतना करते ही आपका फोन ब्लॉक हो जाएगा। केंद्र सरकार के इस सिस्टम का नाम मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर (CEIR) है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्टफोन यूजर CEIR वेबसाइट या KYM (नो योर मोबाइल) ऐप से अपना खोया फोन ब्लॉक कर सकते हैं।
CEIR से जुड़े 5 सवाल-जवाब
CEIR से अब तक कितने फोन ब्लॉक?
CEIR की ऑफिशियल वेबसाइट पर जो जानकारी दी गई है, उसके अनुसार, अब तक इस सिस्टम से 4 लाख 77 हजार 996 फोन ब्लॉक किए जा चुके हैं। वहीं, 2 लाख 42 हजार 920 फोन ट्रैक हुए हैं। इसमें से 8,498 फोन खोजा भी जा चुका है।
CEIR क्या है?
यह खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन का पता लगाने दूरसंचार विभाग का नागरिक केंद्रित पोर्टल है। सभी दूरसंचार ऑपरेटरों के नेटवर्क में गुम या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करने की सुविधा देता है। इसकी मदद से मोबाइल का देश में यूज नहीं हो सकेगा। इसकी मदद से ब्लॉक फोन का इस्तेमाल कर उसे ट्रैक कर सकते हैं।
खोया या चोरी हुआ फोन कब ब्लॉक करें?
अगर आपका फोन गुम या चोरी हो जाता है तो आपको तुरंत IMEI को CEIR की मदद से ब्लॉक करवा देना चाहिए। ताकि वह जल्दी से जल्दी और आसानी से मिल सके।
अपना फोन ब्लॉक कैसे करें?
- सबसे पहले संबंधित थाने में फोन खोने या चोरी होने की शिकायत करें।
- SIM को टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी से ब्लॉक करवाकर नया सिम लें.
- यह इसलिए जरूरी है, क्योंकि IMEI ब्लॉक करने कके लिए आपको प्राथमिक मोबाइल नंबर देना होगा। इसी नंबर पर OTP भेजा जाएगा।
- CEIR से IMEI को ब्लॉक करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- अब मांगे गए दस्तावेजों की कॉपी सबमिट कर दें।
- आपको एक Request ID तुरंत मिल जाएगी।
- अब आप अपने एप्लीकेशन को ट्रैक कर पाएंगे।
फोन ब्लॉक होने के बाद क्या करना होगा?
फोन ब्लॉक करने के बाद आपको कुछ नहीं करना होगा। एप्लीकेशन सबमिट होने के 24 घंटे में आपका फोन ब्लॉक कर दिया जाएगा। इसके बाद फोन का इस्तेमाल कोई भी नहीं कर पाएगा। फिर फोन की ट्रैकिंग की जाएगी। जब आपका फोन मिल जाएगा तो आपको इसकी जानकारी दी जाएगी। इसके बाद आप फोन ऐप से इसे अनब्लॉक कर दोबारा से यूज कर पाएंगे।
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