विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको (Oleg Nikolenko) ने ट्विटर पर कहा कि जांच अभी भी जारी है, लेकिन यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने प्रारंभिक संकेत दिए हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा कि रूसी जासूसों से जुड़े हैकर समूह सरकारी वेबसाइटों पर बड़े साइबर हमले के पीछे हो सकते हैं।