स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) ने शिकागो (Chicago) में धार्मिक सम्मेलन में यह कहा कि हमारा धर्म सहिष्णुता, सादगी, समावेश पर आधारित है, हम विस्तारवादी नहीं हैं। दुनिया के हर हर किसी व्यक्ति, हर जीवित प्राणी का हम अच्छा चाहते हैं। यह हमारी विरासत और हमारा दृष्टिकोण है।