Shukra Pradosh 2022: प्रदोष व्रत हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। इस बार ये व्रत 7 अक्टूबर, शुक्रवार को है। शुक्रवार को होने से ये शुक्र प्रदोष कहलाएगा। ये व्रत करने से व्यक्ति की हर कामना पूरी हो सकती है।
Pradosh Vrat 2022: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई व्रत किए जाते हैं। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीनें के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। इस बार ये तिथि 23 सितंबर, शुक्रवार को है।
धर्म ग्रंथों में भगवान शिव की पूजा के लिए कई विशेष तिथियां बताई गई हैं। त्रयोदशी भी इनमें से एक है। इस दिन किए जाने वाले व्रत को प्रदोष कहते हैं। ये व्रत अलग-अलग वारों के साथ भिन्न-भिन्न योग बनाता है।
धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के अनेक उपाय व व्रत बताए गए हैं। प्रदोष भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल यानी शाम के समय की जाती है, इसलिए इस व्रत का प्रदोष रखा गया है।
Shukra Pradosh 2022: इस बार 7 अक्टूबर, शुक्रवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को होने से ये शुक्र प्रदोष कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसा करने से हर मुश्किल दूर हो सकती है।
Shukra Pradosh 2022: इस बार 23 सितंबर, शुक्रवार को शुक्र प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये प्रदोष तिथि श्राद्ध पक्ष में होने से इसका विशेष महत्व माना गया है।
Shukra Pradosh 2022: इस बार 23 सितंबर, शुक्रवार को आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि होने से प्रदोष व्रत किया जाएगा। ये व्रत शुक्रवार को होने से शुक्र प्रदोष कहलाएगा। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है।