लंबे समय से सुस्त पड़े Yes Bank के शेयर में पिछले कुछ दिनों से तेज हलचल देखने को मिली है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पिछली तिमाही में बैंक ने अच्छा प्रॉफिट कमाया है, जिसके चलते ये जल्द ही 24-25 रुपए के स्तर तक पहुंच सकता है।
यस बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 181 दिनों से कम की एफडी अवधि पर समय से पहले निकासी पर अब 16 मई, 2022 से 0.25 फीसदी का जुर्माना लगेगा। वर्तमान में 5 जुलाई, 2019 से 181 दिनों से कम के कार्यकाल पर शून्य जुर्माना है, लेकिन यह सोमवार (16 मई) से बदल जाएगा।
2 करोड़ रुपए तक की एफडी (Fixed Deposit) पर, यस बैंक वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को 3 से 10 साल के कार्यकाल के लिए 7 फीसदी की दर प्रदान करता है - जो कि 6.25 फीसदी की सामान्य दर की तुलना में 0.75 फीसदी अतिरिक्त है।
यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर को मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत ने ₹300 करोड़ से अधिक के कथित धोखाधड़ी मामले में जमानत दे दी है। हालांकि, कपूर सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज अन्य मामलों में तलोजा जेल में बंद रहेंगे।
यस बैंक (Yes Bank) के को-फाउंडर रहे राणा कपूर (Rana Kapoor) के दिल्ली स्थित बंगले को इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) ने 114 करोड़ रुपए में नीलाम कर दिया है।
प्राइवेट सेक्टर का यस बैंक गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहा है। अब यह एफपीओ (FPO) के जरिए पूंजी जुटाएगा। सरकार ने इस साल 13 मार्च को यस बैंक के लिए बेलआउट प्लान की मंजूरी दी थी।
खबर लिखे जाने तक 72.14 अंकों या 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,707.09 पर था। एनएसई का निफ्टी सूचकांक 22.20 अंक या 0.21 प्रतिशत चढ़कर 10,473.65 पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई में कंपनी के शेयर 12.85 प्रतिशत गिरकर 221.70 पर आ गए। एनएसई में 13.18 प्रतिशत की गिरावट हुई और शेयर 220.95 पर कारोबार कर रहे थे।
यस बैंक इससे पहले पूंजी जुटाने में असफल रहा था। इसके बाद बृहस्पतिवार को रिजर्व बैंक ने सरकार के साथ विचार विमर्श कर बैंक के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया और उसमें प्रशासक नियुक्त कर दिया।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, “हम बताना चाहते हैं कि यस बैंक पर अतिरिक्त टियर वन (एटी-1) बांड के रूप में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के 662 करोड़ रुपये बकाया हैं।”