मनीष गुप्ता हत्याकांड में CBI ने अपनी जांच तेज कर दी है। इसी सिलसिले में सीहरबीर और प्रदीप घटना के बाद से ही एसआईटी की जांच से भागते रहे हैं। हरबीर और प्रदीप घटना के बाद से ही एसआईटी की जांच से भागते रहे हैं। कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की 27 सितंबर की रात गोरखपुर के होटल में पिटाई की गई थी जिसमें उनकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक के पत्नी की तहरीर पर तत्कालीन रामगढ़ताल थानेदार समेत 6 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया था।